सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले को स्मार्ट सिटी में तो शामिल किया गया है, लेकिन सतना की सुविधाएं स्मार्ट होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. हम बात कर रहे हैं, मध्यप्रदेश के सतना जिले के इकलौते जिला अस्पताल की. जिसमें अस्पताल प्रबंधन अवॉर्ड पाने की होड़ में लगातार बड़ी-बड़ी सुविधाएं एवं अच्छे इलाज के दावे करता है, लेकिन इन दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.
जिला अस्पताल में 3 दिनों से नहीं है पानी
सतना जिले के इकलौते जिला अस्पताल में गर्मी शुरू होने से पहले ही विगत 3 दिनों से पानी समाप्त हो चुका है. जिला अस्पताल में सतना जिले के कोने-कोने से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं, अस्पताल में ज्यादातर गरीब और नीचे तबके के लोग आते हैं. लेकिन जिला अस्पताल में 3 दिनों से पानी नहीं है, जिसकी वजह से मरीज एवं उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मरीज पी रहे टैंकर का पानी, अधिकारी पी रहे बिसलेरी
वहीं अस्पताल प्रबंधन इस बारे में अभी तक मौन बैठा हुआ है. अस्पताल में पानी खत्म होने पर मरीज एवं उनके परिजन टैंकर का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जिला अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी मीटिंग के दौरान बिसलेरी पी रहे थे.
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इस बारे में जब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सतना नगर निगम द्वारा पीएचसी की लाइन 2 दिनों से बंद है, आज तीसरा दिन है. जिसे हम चालू कराने के लिए जल्द प्रयास कर रहे हैं. लेकिन ऐसे में हम मरीजों की उचित व्यवस्था कराने में लगे हुए हैं.