सतना। हमारी गुहार सुन लो मामा शिवराज या फिर हमको दे दो इच्छामृत्यु का श्राप, ये दर्द भरी दास्तां उन चयनित अभ्यर्थियों की है, जिन्होंने उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 की मेरिट में स्थान हासिल किया है, लेकिन दस्तावेज सत्यापन में इन चयनित अभ्यर्थियों के एक ही सत्र में एकसाथ दो-दो डिग्रियां हासिल करने की बात सामने आई है, जिसके चलते ये नियुक्ति अधर में लटक गया. अब जबकि सरकार नियुक्ति की तैयारी कर रही है, तभी सतना जिले के सभी चयनित अभ्यर्थी स्वेता पांडे के नेतृत्व में सांसद गणेश सिंह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति में उन्हें भी शामिल करने की मांग की है.
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती-2018 की मेरिट लिस्ट में आये अभ्यर्थियों को पिछले चार साल से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिन अभ्यर्थियों ने एक साल में दो डिग्री हासिल की है, उन्हें चयन प्रक्रिया से बाहर रखा गया है. जिसके लिए चयनित अभ्यर्थियों ने स्वेता पांडे की अगुवाई में रविवार को सतना से बीजेपी सांसद गणेश सिंह से मुलाकात की और अपनी समस्या से अवगत कराया. साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सांसद को ज्ञापन भी सौंपा है.
शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
इन अभ्यर्थियों ने वर्ष 2018 की शिक्षक भर्ती में दस्तावेज सत्यापन कर शामिल किए जाने की मांग की है. इनकी मानें तो जिले भर में करीब 50 ऐसे अभ्यर्थी मौजूद हैं, जो वर्ष 2018 की उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती में शामिल नहीं हो पा रहे हैं. पीड़ितों ने सांसद को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें इस भर्ती में नहीं शामिल किया गया तो उनके परिवार के पालन पोषण पर संकट खड़ा हो जाएगा.
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वहीं इस मामले में सांसद गणेश सिंह ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी लिखा है, जिसमें दो डिग्री धारक अभ्यार्थियों को उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती वर्ष 2018 में शामिल करने की मांग की है.