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28 जून से भूख हड़ताल पर बिरला सीमेंट कंपनी के सुरक्षाकर्मी, बिगड़ने लगी तबीयत

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Published : Jun 29, 2019, 9:55 PM IST

सतना के मैहर में बिरला सीमेंट उद्योग में सुरक्षा कर्मी पिछले कुछ दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. भूख हड़ताल पर बैठने के चलते उनकी तबियत खराब होने लगी है

भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षा कर्मी

सतना। मैहर बिरला सीमेन्ट उद्योग में भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षाकर्मियों की तबियत बिगड़ने लगी है, जबकि प्रशासन इस ओर ध्यान देने के बजाय सुस्त रवैया अपनाए हुए है. बता दें सुरक्षा गार्ड तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.

भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षा कर्मी

सुरक्षाकर्मियों ने 28 जून हड़ताल से शुरू की थी. जिसे देखते हुए प्रबंधन ने पुलिस बुला ली है. फैक्ट्री मजदूर भी सुरक्षाकर्मियों की मांग के समर्थन में उतरने की बात कह रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन का कोई भी जिम्मेदार अफसर समस्या को हल करने और बात करने की कोशिश नहीं कर रहा. आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी का कहना है कि वे सालों से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं.


उन्हें स्थाई कर्मचारी बनाने की बजाए फैक्ट्री प्रबंधन ने ठेकेदारों के अंडर में एग्रीमेंट कर लिया है. अब ठेकेदार द्वारा मनमाना वेतन और मनमानी ड्यूटी कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें फैक्ट्री का स्थाई कर्मचारी बनाया जाए और कर्मचारियों को मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जाएं. उनसे केवल 8 घंटे की ड्यूटी ली जाए. बता दें बिरला रिलायंस सीमेंट में यह आंदोलन कोई नया नहीं है. मजदूर और सुरक्षाकर्मी प्रबंधन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ कई बार आंदोलन कर चुके हैं. मजदूरों द्वारा जारी धरना प्रदर्शन 19 जून से चल रहा था जो अब 28 जुन से आमरण अनशन में तब्दील हो चुका है.

सतना। मैहर बिरला सीमेन्ट उद्योग में भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षाकर्मियों की तबियत बिगड़ने लगी है, जबकि प्रशासन इस ओर ध्यान देने के बजाय सुस्त रवैया अपनाए हुए है. बता दें सुरक्षा गार्ड तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.

भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षा कर्मी

सुरक्षाकर्मियों ने 28 जून हड़ताल से शुरू की थी. जिसे देखते हुए प्रबंधन ने पुलिस बुला ली है. फैक्ट्री मजदूर भी सुरक्षाकर्मियों की मांग के समर्थन में उतरने की बात कह रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन का कोई भी जिम्मेदार अफसर समस्या को हल करने और बात करने की कोशिश नहीं कर रहा. आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी का कहना है कि वे सालों से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं.


उन्हें स्थाई कर्मचारी बनाने की बजाए फैक्ट्री प्रबंधन ने ठेकेदारों के अंडर में एग्रीमेंट कर लिया है. अब ठेकेदार द्वारा मनमाना वेतन और मनमानी ड्यूटी कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें फैक्ट्री का स्थाई कर्मचारी बनाया जाए और कर्मचारियों को मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जाएं. उनसे केवल 8 घंटे की ड्यूटी ली जाए. बता दें बिरला रिलायंस सीमेंट में यह आंदोलन कोई नया नहीं है. मजदूर और सुरक्षाकर्मी प्रबंधन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ कई बार आंदोलन कर चुके हैं. मजदूरों द्वारा जारी धरना प्रदर्शन 19 जून से चल रहा था जो अब 28 जुन से आमरण अनशन में तब्दील हो चुका है.

Intro:मैंहर एमपी बिरला परफेक्ट सीमेन्ट उद्योग में सुरक्षा कर्मी बैठे भूख हड़ताल में, सुरक्षा कर्मियों का स्वास्थ्य हो रहा खराब मामले में प्रशासन सुस्त नही दिखा रहा कोई गंभीरताBody: मैहर के भरौली स्थित बिरला रिलायंस सीमेंट फैक्ट्री के सुरक्षा कर्मी हड़ताल पर चले गए, सुरक्षागार्ड अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर है
सुरक्षा कर्मियो ने अपनी भूख हड़ताल 28 जून को सुबह 6 बजे से शुरू की सुरक्षा कर्मियों का स्वास्थ्य खराब हो रहा हड़ताल को देखते हुए प्रबंधन ने पुलिस फोर्स बुला ली, फैक्ट्री मजदूर भी सुरक्षा कर्मियों की मांग के समर्थन में उतरने की बात सामने आ रही है, फैक्ट्री प्रबंधन का कोई भी जिम्मेदार अफसर समस्या हल करने और बात करने की कोशिश नहीं की,
आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी ने बताया कि वर्षों से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं, उन्हें स्थाई कर्मचारी बनाने की बजाए फैक्ट्री प्रबंधन ने ठेकेदारों के अंडर में एग्रीमेंट कर लिया है, और अब ठेकेदार द्वारा मनमाना वेतन और मनमानी ड्यूटी कराई जा रही है, हम सभी को फैक्ट्री का स्थाई कर्मचारी बनाया जाए, कर्मचारियों को मिलने वाली सभी सुविधा दी जाए, केवल 08 घंटे की ड्यूटी ली जाए,
बिरला रिलायंस सीमेंट में यह आंदोलन कोई नया नहीं है, मजदूर और सुरक्षाकर्मी प्रबंधन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ कई बार आंदोलन कर चुके हैं, प्रबंधन ने प्रशासनिक मध्यस्था से आंदोलन खत्म तो करा लेता है लेकिन मजदूर और सुरक्षाकर्मियों की मांग प्रबंधन मानने को तैयार नहीं होता है, हालात अगर ऐसे ही बने रहे तो फैक्ट्री के अंदर और बाहर उग्र और हिंसात्मक आंदोलन कभी भी हो सकता है । मजदूरों द्वारा जारी धरना प्रदर्शन 19जुन से चल रहा था जो अब28 जुन से आमरण अनशन में तब्दील हो चुका है । स्थानीय प्रशासन इस अनशन के प्रति बिल्कुल भी गंभीर प्रारंभ में नजर नहीं आ रहा है ।Conclusion:बाइट :- श्री मनोज तिवारी - आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी
बाइट :- आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी 1
बाइट :- आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी 2
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