सतना। मैहर बिरला सीमेन्ट उद्योग में भूख हड़ताल पर बैठे सुरक्षाकर्मियों की तबियत बिगड़ने लगी है, जबकि प्रशासन इस ओर ध्यान देने के बजाय सुस्त रवैया अपनाए हुए है. बता दें सुरक्षा गार्ड तीन सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.
सुरक्षाकर्मियों ने 28 जून हड़ताल से शुरू की थी. जिसे देखते हुए प्रबंधन ने पुलिस बुला ली है. फैक्ट्री मजदूर भी सुरक्षाकर्मियों की मांग के समर्थन में उतरने की बात कह रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन का कोई भी जिम्मेदार अफसर समस्या को हल करने और बात करने की कोशिश नहीं कर रहा. आंदोलनकारी सुरक्षाकर्मी का कहना है कि वे सालों से फैक्ट्री में काम कर रहे हैं.
उन्हें स्थाई कर्मचारी बनाने की बजाए फैक्ट्री प्रबंधन ने ठेकेदारों के अंडर में एग्रीमेंट कर लिया है. अब ठेकेदार द्वारा मनमाना वेतन और मनमानी ड्यूटी कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें फैक्ट्री का स्थाई कर्मचारी बनाया जाए और कर्मचारियों को मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जाएं. उनसे केवल 8 घंटे की ड्यूटी ली जाए. बता दें बिरला रिलायंस सीमेंट में यह आंदोलन कोई नया नहीं है. मजदूर और सुरक्षाकर्मी प्रबंधन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ कई बार आंदोलन कर चुके हैं. मजदूरों द्वारा जारी धरना प्रदर्शन 19 जून से चल रहा था जो अब 28 जुन से आमरण अनशन में तब्दील हो चुका है.