सतना(satna)। पर्यावरण (environmemt)को बचाने के लिए जिले के विद्यालय में पदस्थ एक महिला शिक्षका ने आम (aam seed) के बीजों को इकट्टा करने का प्रस्ताव रखा है. नगर निगम कमिश्नर ने इस प्रस्ताव को पारित भी कर दिया है. शहर भर में कचरा गाड़ी लोग घरों से और दुकानों से आम के फल के बीज को अलग से इकट्ठा करेंगे. यह प्रक्रिया करीब एक महीने तक चलेगी.
पर्यावरण को बचाने के लिए उठाया कदम
जिले के शासकीय वेंकट में पदस्थ शिक्षिका अर्चना शुक्ला ने पर्यावरण को बचाने के लिए अनोखा कदम उठाया. शिक्षिका ने पिछले साल सीताफल के बीजों को इकट्ठा कर विद्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों में लगवाने का काम किया था. इसके अच्छे रिजल्ट भी सामने आए थे. ऐसे में शिक्षिका ने कोरोना काल के चलते पर्यावरण को बचाने के संकल्प का बीड़ा उठाया है. शिक्षिका अर्चना शुक्ला ने नगर निगम कमिश्नर तन्वी हुड्डा के सामने एक प्रपोजल रख कहा कि क्यों न लोगों के घरों और दुकानों से निकलने वाले आम के फलों के बीच इकट्ठा कर सकते हैं.
![unique initiative by woman taecher](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12127907_bho-2.png)
![door to door will collect mango seeds](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12127907_bho.png)
ये है भारत सरकार का 'स्टाम्प वाला आम', डायबटीज के मरीज भी ले सकते है स्वाद
फॉरेस्ट विभाग करेगा मदद
बीजों को फॉरेस्ट विभाग की मदद से लगाया जाएगा. नगर निगम कमिश्नर ने डोर टू डोर कचरा उठाने वाली गाड़ियों को यह निर्देश दिया है की कचरा गाड़ी अब अलग से एक बोरी में आम के बीजों को इकट्ठा करेंगे. यह पूरा कार्यक्रम करीब 1 महीने तक चलेगा. 1 महीने में इकट्ठा किए गए आम के बीजों को हम फॉरेस्ट विभाग की मदद से मिट्टी में लगवाने का काम करेंगे. इस पहल से पर्यावरण को हरा भरा बनाने और इसे बचाने में मदद मिलेगी.नगर निगम कचरा गाड़ी एक बोरी में इन बीजों को इकट्ठा करेगी. 5 जुलाई के बाद इन बीजों को फॉरेस्ट विभाग को सौंपा जाएगा और उसके बाद फिर इन्हें लगाने का काम किया जाएगा