सतना। अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र के नैना कोठार ग्राम में एक बड़ा हादसा सामने आया है. जहां दो सगी नाबालिग बहनों की डूबने से मौत हो गई. दोनों बहनें सातेसंतान की पूजन सामग्री विसर्जन करने गई थी, इसी दौरान पैर फिसलने से दोनों तालाब में डूब गई, इस घटना में दोनों की मौत हो गई. करीब 3 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद SDRF की टीम ने दोनों मासूम बच्चियों का शव बरामद किया. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पूजन सामग्री विसर्जन करने गईं थी बहनें: मध्यप्रदेश सतना जिले के अमरपाटन थाना क्षेत्र के नैना कोठार गाँव में गुरवार को उस वक्त मातम पसर गया, जब एक ही परिवार की दो सगी बहनों की मौत हो गई. दोनों बहनें सातेसंतान की पूजन सामग्री विसर्जित करने गांव में मौजूद रमदेवा तालाब में गई थी, पूजन सामग्री विसर्जन के दौरान दोनों बहनों का पैर फिसल गया और दोनों तालाब में जा गिरी, देखते ही देखते दोनों तालाब में डूबने लगी. मौके पर मौजूद बच्चियों के परिजनों ने मदद के लिए शोर मचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, और दोनों बहने डूब गई. इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया.
देर रात बरामद हुए शव: मामले की सूचना अमरपाटन पुलिस को दी गई, जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और SDRF टीम को बुलाया गया. एसडीआरएफ की 6 सदस्यीय टीम दोनों सगी बहनों के शव की तलाश में जुट गई. घटना गुरुवार रात करीब 8 बजे की है. रागनी रजक (उम्र 15 वर्ष) और छोटी बहन सुधा रजक (14 वर्ष) की मौत हुई है. बता दें कि दोनों बहने जब पूजन सामग्री विसर्जन कर रही थी, इस दौरान गांव की अन्य महिलाए भी साथ में थी. सभी लोग सातेसंतान की पूजा के बाद पूजन सामग्री विसर्जित करने गाँव के बाहर स्थित तालाब में गयी हुई थीं. दोनो बहनों के शवों को देर रात पानी से बरामद कर पोस्टमार्टम कार्रवाई के लिए शव ग्रह भेजा गया.
3 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन: इस घटना को लेकर SDERF प्लाटून कमांडर सुनील गायकवाड ने बताया कि ''अमरपाटन थाना क्षेत्र के नैना कोठार ग्राम की निवासी दो बच्चियां तालाब में डूब गई है, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर SDRF की टीम द्वारा देर रात तक 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों के शव को तालाब से बाहर निकाल लिया.''