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दांत खराब हुए तो जल्दी हो जाएंगे बूढ़ें, इन आदतों को आज ही करें टाटा बाय-बाय - BAD TEETH AFFECT AGE

आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि दांत सही नहीं होने पर आप जल्दी बूढ़े हो सकते हैं. वो कैसे बता रहीं है डॉक्टर.

BAD TEETH AFFECT AGE
भोजन चबाकर नहीं खाने से होती है पाचन की समस्या (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 18, 2025, 10:05 PM IST

इंदौर: दांत खराब होने पर मनुष्य की उम्र कम हो सकती है. ये सुनकर शायद आप हैरान हो गए होंगे, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार ये बात सच है. दरअसल, अन्य अंगों की तरह मानव शरीर में दांतों का भी बहुत महत्व है. जिनके माध्यम से शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति आसानी से होती है. उन्हीं दांतों के कमजोर होने या न होने से हम भोजन को अच्छी तरह से चबाकर नहीं खा पाते, जिससे ठीक से भोजन का पाचन नहीं हो पाता और शरीर को पोषक तत्व नहीं मिलता. इसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है और व्यक्ति जल्दी बूढ़ा होने लगता है.

भोजन चबाकर नहीं खाने से होती है पाचन की समस्या

तमाम तरह के धूम्रपान और नशाखोरी समेत गुटखा आदि के सेवन से दांत खराब होना बड़ी समस्या है. इसके अलावा उचित देखभाल नहीं करने से मसूड़ों की बीमारी भी दांत खराब होने का कारण हो रही है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति द्वारा भोजन चबा-चबाकर नहीं खाने के कारण पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं. नतीजन वह पोषक तत्वों का सेवन कम कर पता है. जिसके कारण वह कई बीमारियों का शिकार हो जाता है.

'दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध उम्र से होता है' (ETV Bharat)

डेंटल इंप्लांटोलॉजी में बदल दिया जाता है दांत

हाल ही में इंदौर में आयोजित हुई नेशनल डेंटिस्ट कॉन्फ्रेंस में डॉक्टरों ने इस स्थिति को 'डेंटल इंप्लांटोलॉजी' बताया है. जिसमें संबंधित व्यक्ति के दांत खराब होने पर नकली दांत या हूबहू एक जैसे दांत इंप्लांट कर दिए जाते हैं. जिसके कारण व्यक्ति 80 प्रतिशत तक भोजन चबाने के साथ उसके अवशोषण के योग्य हो जाता है, जो फिलहाल इस चुनौती से उबरने का विकल्प है.

'दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध उम्र से होता है'

बेंगलुरु की डेंटल सर्जन डॉ. संघमित्र दास गुप्ता बताती हैं कि "दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध व्यक्ति की उम्र से होता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांतों का इनेमल पतला हो जाता है. जिससे दांत टूटने और सड़ने लगते हैं. इसके अलावा मसूड़ों के आसपास बैक्टीरिया मसूड़ों के ऊतकों को नष्ट कर देते हैं. अम्लीय खानपान और धूम्रपान या नुकसानदायक ड्रिंक दांतों के इनेमल को खराब कर देते हैं.

जिसके फलस्वरुप दांत खराब हो जाते हैं और उन्हें आखिर में निकालना पड़ता है. लेकिन अब जिस तरह से डेंटल टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, तो इस स्थिति से उबरने के लिए इंप्लांटोलॉजी एक सुलभ और जरूरी विकल्प है. जिसके कारण व्यक्ति को इस तरह की परेशानी से बचाया जा सकता है."

दांतों को खराब होने से बचाने के उपाय

संघमित्रा दास गुप्ता ने बताया कि "दांतों को खराब होने से बचाने के लिए धूम्रपान से बचना चाहिए. ज्यादातर अम्लीय खाद्य पदार्थ और एसिड बेस्ड ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए. गुस्से में दांतों को नहीं पीसना चाहिए. इसके अलावा माउथगार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए. दांतों को भोजन के बाद साफ करना बेहद जरूरी है. इसके अलावा मसूड़ों की देखभाल भी करनी चाहिए."

इंदौर: दांत खराब होने पर मनुष्य की उम्र कम हो सकती है. ये सुनकर शायद आप हैरान हो गए होंगे, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार ये बात सच है. दरअसल, अन्य अंगों की तरह मानव शरीर में दांतों का भी बहुत महत्व है. जिनके माध्यम से शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति आसानी से होती है. उन्हीं दांतों के कमजोर होने या न होने से हम भोजन को अच्छी तरह से चबाकर नहीं खा पाते, जिससे ठीक से भोजन का पाचन नहीं हो पाता और शरीर को पोषक तत्व नहीं मिलता. इसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है और व्यक्ति जल्दी बूढ़ा होने लगता है.

भोजन चबाकर नहीं खाने से होती है पाचन की समस्या

तमाम तरह के धूम्रपान और नशाखोरी समेत गुटखा आदि के सेवन से दांत खराब होना बड़ी समस्या है. इसके अलावा उचित देखभाल नहीं करने से मसूड़ों की बीमारी भी दांत खराब होने का कारण हो रही है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति द्वारा भोजन चबा-चबाकर नहीं खाने के कारण पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं. नतीजन वह पोषक तत्वों का सेवन कम कर पता है. जिसके कारण वह कई बीमारियों का शिकार हो जाता है.

'दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध उम्र से होता है' (ETV Bharat)

डेंटल इंप्लांटोलॉजी में बदल दिया जाता है दांत

हाल ही में इंदौर में आयोजित हुई नेशनल डेंटिस्ट कॉन्फ्रेंस में डॉक्टरों ने इस स्थिति को 'डेंटल इंप्लांटोलॉजी' बताया है. जिसमें संबंधित व्यक्ति के दांत खराब होने पर नकली दांत या हूबहू एक जैसे दांत इंप्लांट कर दिए जाते हैं. जिसके कारण व्यक्ति 80 प्रतिशत तक भोजन चबाने के साथ उसके अवशोषण के योग्य हो जाता है, जो फिलहाल इस चुनौती से उबरने का विकल्प है.

'दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध उम्र से होता है'

बेंगलुरु की डेंटल सर्जन डॉ. संघमित्र दास गुप्ता बताती हैं कि "दांतों के स्वास्थ्य का सीधा संबंध व्यक्ति की उम्र से होता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांतों का इनेमल पतला हो जाता है. जिससे दांत टूटने और सड़ने लगते हैं. इसके अलावा मसूड़ों के आसपास बैक्टीरिया मसूड़ों के ऊतकों को नष्ट कर देते हैं. अम्लीय खानपान और धूम्रपान या नुकसानदायक ड्रिंक दांतों के इनेमल को खराब कर देते हैं.

जिसके फलस्वरुप दांत खराब हो जाते हैं और उन्हें आखिर में निकालना पड़ता है. लेकिन अब जिस तरह से डेंटल टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, तो इस स्थिति से उबरने के लिए इंप्लांटोलॉजी एक सुलभ और जरूरी विकल्प है. जिसके कारण व्यक्ति को इस तरह की परेशानी से बचाया जा सकता है."

दांतों को खराब होने से बचाने के उपाय

संघमित्रा दास गुप्ता ने बताया कि "दांतों को खराब होने से बचाने के लिए धूम्रपान से बचना चाहिए. ज्यादातर अम्लीय खाद्य पदार्थ और एसिड बेस्ड ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए. गुस्से में दांतों को नहीं पीसना चाहिए. इसके अलावा माउथगार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए. दांतों को भोजन के बाद साफ करना बेहद जरूरी है. इसके अलावा मसूड़ों की देखभाल भी करनी चाहिए."

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