सतना। प्रदेश सरकार ने एक ओर गायों की रक्षा के लिए गौ-कैबिनेट का गठन किया है. लेकिन प्रदेश के साथ सतना जिले की गौशालाओं के हालात बद से बदतर हो रहे हैं. जिले में संचालित हो रही गौशालाओं का जब ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया, तो वहां के हालात होश उड़ा देने वाले थे.
गौ-कैबिनेट बना लेकिन हालात नहीं बदले
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भले ही गौवंश की सुरक्षा के लिए गौ कैबिनेट बनाया हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत आपको हैरान कर देगी, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के सतना जिले भर में संचालित गौशालाओं की, जहां गौवंश के लिए गौशालाएं तो खोल दी गई हैं, लेकिन उनमें गौवंश रखने के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है. कहने को तो एक टीन शेड में 100 के करीब गायों को रखा जाता है. लेकिन हालात कुछ और ही हैं.
गौशाला की जमीनी हकीकत
बड़खेरा गांव में संचालित गौशाला में करीब 100 गौवंश को रखे जाने की व्यवस्था है, लेकिन इस गौशाला में 150 के करीब गौवंश रखे गए हैं, इसके अलावा इस गौशाला में पिछले 5 महीने से अनुदान राशि नहीं आ रही है, इस गौशाला में 6 कर्मचारी कार्यरत हैं, मासिक वेतन नहीं मिलने से गौशाला के कर्मचारी बेहद परेशान हैं, और लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं.
सतना जिले के बड़खेरा गांव में संचालित गौशाला में जब ईटीवी भारत की टीम रियलिटी चेक करने पहुंची, तो गौशाला में 100 की जगह 150 गौवंश पाए गए, गौशाला के अंदर गायों को रखने के लिए दो टीन शेड बनाए गए हैं, जिसमें एक शेड के अंदर करीब 50 गाय रखे जाने की व्यवस्था की गई है, लेकिन एक शेड के अंदर 30 गायों से अधिक नहीं रखा जा सकता है. इसके अलावा 100 गौवंश की जगह 150 गौवंश को चारा भूसा भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है. ऐसे में अधिकांश गौवंश भूखे भी रह जाते हैं, इसके साथ ही टीन सेड की कमी होने से अब गौशाला में गोवंश को ठंड का खतरा भी मंडरा रहा है.
5 महीने से नहीं मिली कोई राशि
बडखेरा गांव में 28 जून से यह गौशाला संचालित हो रहा है. इस गौशाला में करीब 100 गौवंश को रखने के लिए जगह बनाई गई है, लेकिन मौजूदा समय में 150 के करीब गौवंश गौशाला में रखे गए हैं, गौशाला में 6 कर्मचारी कार्यरत हैं, इस गौशाला में बीते 5 महीने से अनुदान राशि नहीं मिली है. जिसके चलते चारा भूसा खरीद पाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. कर्मचारी भी अब गौशाला से काम छोड़ने के लिए कह रहे हैं.गांव के सरपंच सावित्री राम शिरोमणि का कहना है कि गांव के सचिव दीपक ज्योति सेन के द्वारा गौशाला की राशि में रोक लगाई गई है. जिसके चलते 5 महीने से गौशाला की राशि नहीं मिल पा रही है. गांव के सरपंच सरकार से गौशाला में उचित व्यवस्था को लेकर मदद की गुहार लगा रहे हैं.
सतना जिले में गौशाला की संख्या
- सतना जिले में करीब 112 गौशाला स्वीकृत
- प्रथम चरण में 45 गौशालाएं हुईं स्वीकृत
- करीब 24 गौशालाओं का हुआ लोकार्पण