सतना। पेट्रोल पंप की डीलरशिप के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिनमें 3 आरोपी जेल में है, और 2 आरोपी को पुलिस न्यायिक रिमांड में लिया है. इन सभी आरोपियों के पास से पुलिस ने 20 हजार नगद, 22 नग एंड्रॉयड मोबाइल फोन, 19 नग एटीएम कार्ड, दो बैंक पासबुक, दो नोटबुक जिसमें लेनदेन का हिसाब है और एक कार बरामद किया है.
बैंक खाते की जांच से हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फरियादी गणेश प्रसाद चौरसिया से पेट्रोल पंप खोलने के नाम पर करीब 15 लाख रूपये लिये थे. इस मामले में पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों की जांच की, तो पता चला कि आरोपी पैसे खाते में डलवाकर वो पैसा दूसरे एकाउंट में ट्रांसफर कर देता था. ताकि पकड़े जाने पर पुलिस को गुमराह किया जा सके.
पुलिस के मुताबिक, इन आरोपियों ने पूरे देश के अधिकांश हिस्सों में सैकड़ों लोगों के साथ करोड़ों रुपये का ठगी की हैं. आरोपियों ने लगभग 300 बैंकों में खाते खुलवाए हैं और एटीएम के जरिये पैसे का लेनदेन करते थे.
ऐसे करते थे लोगों से ठगी
पुलिस के मुताबिक, इन आरोपियों ने एक बेवसाइट के जरिये फर्जी पेट्रोल पंप डीलरशिप की वेबसाइट बनाकर अपना कांटेक्ट नंबर डाल दिया. इस कांटेक्ट नंबर पर पेट्रोल पंप डीलरशिप, टावर लगवाने वाले लोगों से बात करके बैंक अकाउंट में पैसे डलवा कर उनसे ठगी करते थे. जिसमे लोग लालच में आकर ऐसा कदम उठाते थे. गिरफ्तार आरोपियों का नाम अभिषेक पटेल, सोनू शर्मा, दीपक जाटवा, ये तीनो इंदौर के निवासी हैं, गोपाल सिंह, अजीत सिंह ये दोनों जिला नवादा बिहार के निवासी हैं.
पहले से ही है अपराधिक रिकॉर्ड
इन आरोपियों के खिलाफ पूर्व में अपराधिक रिकॉर्ड हैं, पूर्व में आरोपी गोपल कुमार कुमार अजीत और दो आरोपी जो बिहार के है. इनके द्वारा गुजरात में 1 करोड़ 60 लाख रु पेट्रोल पंप डीलरशिप की ठगी के नाम पर जैतपुर निवासी चंदूलाल से धोखाधड़ी की गई. गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर मौके पर 54 लाख 57 हजार रूपये बरामद किए गए थे. आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड अन्य राज्यों में खंगाले जा रहे हैं.