सतना। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1.0 में भारत सरकार के निर्देश पर 1 जून को ट्रेनों का आवागमन शुरु कर दिया गया है. जिसके तहत 1 जून को पहली ट्रेन महानगरी डाउन एक्सप्रेस सतना रेलवे स्टेशन पहुंची. इस दौरान स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य अमला और रेल प्रबंधन का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था. जिससे एक घंटे पहले स्टेशन पहुंचने वाले और ट्रेन से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग नहीं की गई.
स्वास्थ्य अमला और रेलवे प्रबंधन अधिकारी रहे नदारद
सतना रेलवे स्टेशन पर महानगरी एक्सप्रेस से 46 यात्री पहुंचे हैं, जबकि 6 यात्री सवार होकर रवाना हुए हैं. रेलवे स्टेशन पर प्रशासन की ओर से बड़ी लापरवाही बरती गई है. स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य विभाग और रेलवे प्रबंधन का कोई भी अधिकारी नजर नहीं आया, केवल जीआरपी और आरपीएफ का बल मौजूद रहा. सतना स्टेशन से बिना स्क्रीनिंग किए ही यात्रियों को जाने दिया गया. कोरोना वायरस की जांच किए बिना यात्रियों को जाने देना खतरे का संकेत हो सकता है.
यात्रियों ने कहा बड़ी समस्या, बिना जांच के जाएंगे घर
यात्रियों ने बताया कि वो मुंबई से जांच करा कर सतना पहुंचे हैं, लेकिन सतना पहुंचने पर उनकी कोई भी जांच नहीं की गई. यात्रियों का कहना है कि बिना जांच के ही वो घर जाएंगे, ऐसे में परिवार वालों को बड़ा खतरा है.
आरपीएफ और जीआरपी का पर्याप्त बल रहा मौजूद
जीआरपी थाना प्रभारी संतोष तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भारत सरकार के निर्देश के बाद 1 जून से ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है. पहली ट्रेन महानगरी डाउन एक्सप्रेस आज सतना स्टेशन पहुंची है, इसको देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी का पर्याप्त बल लगाया गया है, बैरिकेडिंग भी की गई है, सोशल डिस्टेंस के लिए गोले भी बनाए गए हैं, यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इस बात का भी ध्यान दिया गया है.