भोपाल/सतना। भगवान राम के वनवास और तपोभूमि से बीजेपी का चुनावी शंखनाद हो गया है, लेकिन इस बार जन आशीर्वाद यात्रा कई चेहरों को लेकर की जा रही हैं. दरअसल जन आशीर्वाद यात्रा के रथ में 12 चेहरे होंगे, इसमें 10 नेता एमपी से हैं तो वहीं 2 चेहरे मोदी और नड्डा भी शामिल हैं. ये यात्रा हर बार की यात्राओं से अलग है, जिसमें हाईटेक रथ में सवार होकर पार्टी के दिग्गज सभी विधानसभाओं तक पहुंचकर जनता का आशीर्वाद लेंगे.
पिछली यात्राओं से अलग है ये यात्रा: 2008 से लेकर 2018 तक रथ के चेहरे में एक ही चेहरा होता था, लेकिन इस बार सीएम शिवराज अकेले नहीं बल्कि साथ में उनके कई चेहरे शामिल हैं. दरअसल 2018 में सीएम शिवराज ने यात्रा तो निकाली, लेकिन वे सत्ता हासिल नहीं कर सकी. अब जब 2023 में चुनाव है तो भाजपा 2018 जैसी गलती फिर नहीं करना चाहती, लिहाजा इस बार सभी नेताओं को साधने के लिए पार्टी के दिगज्जों को अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है. ईटीवी भारत ने चित्रकूट से शुरू हो रहे जन आशीर्वाद यात्रा के रथ का जायजा लिया और बताया कि क्या-क्या व्यवस्थाएं रथ में हैं और कितना हाईटेक ये रथ है.
सभी विधानसभाओं तक पहुंचेगी जन आशीर्वाद यात्रा: वहीं चित्रकूट से निकलने वाली यात्रा में तीन दिन तक विंध्य की नब्ज टटोलने वाले एमपी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि क्या इस बार की यात्रा पिछली बार की यात्राओं से अलग है? इस दौरान उन्होंने कहा कि "नहीं, ऐसा नहीं है. हर बार की तरह ही ये यात्रा है." जब उनसे पूछा गया कि इस बार ये यात्रा अलग-अलग क्षेत्र से निकल रही है, कहीं कोई डर है क्या? इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि "नहीं, इस बार की योजना में थोड़ा बदलाव हुआ हैं. चित्रकूट में भगवान राम ने तपस्या की और वनवास बिताया, इसलिए यहां से यात्रा की शुरुआत की गई है, वहीं ओरछा में राजा राम के दरबार में विश्राम होगा. कहीं कोई डर नही हैं, ये यात्रा सभी विधानसभाओं को कवर करेगी और सभी विधानसभाओं की जनता से आशीर्वाद लेगी."
नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर साधा निशाना: एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि "भगवान कामतानाथ का आर्शीवाद जनता को जरूर मिलेगा, हम फिर जीतेंगे और एक बार फिर मप्र में कमल खिलेगा. इसके साथ ही गृहमंत्री ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि "वे(कमलनाथ) यात्रा को निकालकर दिखाएं, वे यात्रा नहीं निकाल पाएंगे."