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जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही, रेप पीड़िता को मेडिकल के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार

जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से मेडिकल चेकअप के लिए आई एक रेप पीड़िता को पुलिस के साथ हॉस्पिटल में ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा.

रेप पीड़िता को मेडिकल के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार
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Published : Jul 29, 2019, 5:15 PM IST

सतना| जिला अस्पताल की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से मेडिकल चेकअप के लिए आई एक रेप पीड़िता को पुलिस के साथ हॉस्पिटल में ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा. बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल के मातृत्व वॉर्ड में कोई भी डॉक्टर अपने स्थान पर नहीं पाये जाते. इससे अंदाजा लगाया सकता है कि जब पुलिस को मेडिकल के लिए ढाई घंटे इंतजार करना पड़ता है तो आम जनता का क्या होगा.

रामनगर थाना क्षेत्र में 15 साल की रेप पीड़िता अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर पुलिस के साथ जिला अस्पताल गई थी. जिसके बाद पीड़िता को ढाई घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा. जैसे तैसे डॉक्टर ने आकर मेडिकल परीक्षण किया तो डीएनए जांच के लिए ब्लड सैंपल लेने से मना कर दिया. जब अस्पताल के सिविल सर्जन और अन्य डॉक्टरों से संपर्क किया तब एक घंटे बाद ब्लड का सैंपल लिया गया. स्वास्थ्य विभाग की ये लापरवाही एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को परेशान करती रही. रेप पीड़िता के सिर से मां-बाप का साया उठने के बाद वो अपने ननिहाल में रह रही है.

रेप पीड़िता को मेडिकल के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार

नाबालिग बलात्कार का शिकार हो गई. जब वो गर्भवती हुई तो बुजुर्ग नाना-नानी लोक लज्जा के डर से बात को दबाए रहे. हाल ही में जब पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया तो गांव में बात उजागर हो गई. आरोपी ने भी पीड़िता का साथ देने से मना दिया. ऐसे में पीड़ित परिवार रामनगर थाना पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने गंभीरता बरती और आरोपी संदीप सिंह गोड़ के खिलाफ बलात्कार व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. अस्पताल में परेशान हो रही पीड़िता के लिए पुलिस ने कई प्रयास किए, जिसके बाद डॉ. मंजू सिंह ने शाम को एमएलसी किया.

इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई है. वहीं इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ये मामला ईटीवी भारत द्वारा संज्ञान में लाया गया है, इस मामले पर टीम गठित कर जांच की जाएगी और जो भी डॉक्टर दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

सतना| जिला अस्पताल की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से मेडिकल चेकअप के लिए आई एक रेप पीड़िता को पुलिस के साथ हॉस्पिटल में ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा. बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल के मातृत्व वॉर्ड में कोई भी डॉक्टर अपने स्थान पर नहीं पाये जाते. इससे अंदाजा लगाया सकता है कि जब पुलिस को मेडिकल के लिए ढाई घंटे इंतजार करना पड़ता है तो आम जनता का क्या होगा.

रामनगर थाना क्षेत्र में 15 साल की रेप पीड़िता अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर पुलिस के साथ जिला अस्पताल गई थी. जिसके बाद पीड़िता को ढाई घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा. जैसे तैसे डॉक्टर ने आकर मेडिकल परीक्षण किया तो डीएनए जांच के लिए ब्लड सैंपल लेने से मना कर दिया. जब अस्पताल के सिविल सर्जन और अन्य डॉक्टरों से संपर्क किया तब एक घंटे बाद ब्लड का सैंपल लिया गया. स्वास्थ्य विभाग की ये लापरवाही एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को परेशान करती रही. रेप पीड़िता के सिर से मां-बाप का साया उठने के बाद वो अपने ननिहाल में रह रही है.

रेप पीड़िता को मेडिकल के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार

नाबालिग बलात्कार का शिकार हो गई. जब वो गर्भवती हुई तो बुजुर्ग नाना-नानी लोक लज्जा के डर से बात को दबाए रहे. हाल ही में जब पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया तो गांव में बात उजागर हो गई. आरोपी ने भी पीड़िता का साथ देने से मना दिया. ऐसे में पीड़ित परिवार रामनगर थाना पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने गंभीरता बरती और आरोपी संदीप सिंह गोड़ के खिलाफ बलात्कार व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. अस्पताल में परेशान हो रही पीड़िता के लिए पुलिस ने कई प्रयास किए, जिसके बाद डॉ. मंजू सिंह ने शाम को एमएलसी किया.

इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई है. वहीं इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ये मामला ईटीवी भारत द्वारा संज्ञान में लाया गया है, इस मामले पर टीम गठित कर जांच की जाएगी और जो भी डॉक्टर दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर इंट्रो --
सतना जिला अस्पताल की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई ।जहाँ जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से आई एक रेप पीड़िता की मेडिकल चेकअप के लिए पुलिस के साथ पीड़िता को ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा ।वजह यह हैं जिला अस्पताल के मातृत्व वार्ड में कोई भी डॉक्टर अपने स्थान पर नहीं पाये जाते ।आप इससे अंदाजा लगा सकते है कि जब पुलिस को मेडिकल के लिए ढाई घंटे इंतजार करना पड़ता है तो आम जनता का क्या होगा ।


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घटना सतना जिले के रामनगर थाना क्षेत्र की है, जहाँ 15 साल की एक नाबलिक रेप पीडि़ता अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर पुलिस के साथ 60 किमी की दूरी तय कर जिला अस्पताल पहुंची । यहां उसका मेडिकल परीक्षण बीते दिन की दोपहर तीन बजे अस्पताल पहुंचने के बाद पीड़िता को ढाई घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा । जैसे तैसे डॉक्टर ने आकर मेडिकल परीक्षण किया तो डीएनए जांच के लिए ब्लड सेम्पल लेने से मना कर दिया । एेसे में परेशानी और बढ़ गई । जब अस्पताल के सिविल सर्जन और अन्य डॉक्टरों से संपर्क किया तब एक घंटे बाद रक्त नमूना लिया जा सका । स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही एक नाबालिग दुष्कर्म पीडि़ता को परेशान करती रही ।रेप पीड़िता के सिर से मां-बाप का साया उठने के बाद अपने ननिहाल में रह रही, 15 साल की नाबलिक बलात्कार का शिकार हो गई । जब वह गर्भवती हुई तो बुजुर्ग नाना-नानी लोक लज्जा के डर से बात को दबाए रहे । हाल ही में जब पीडि़ता ने एक बच्चे को जन्म दिया तो गांव में बात उजागर हो गई ।आरोपी ने भी पीडि़ता का साथ देने से मना दिया दिया । एेसे में पीड़ित परिवार रामनगर थाना पुलिस के पास पहुंचा ।पुलिस ने गंभीरता बरती और आरोपी संदीप सिंह गोड़ के खिलाफ बलात्कार व पाक्सो एक्ट के तहत मुकद्मा कायम कर लिया । अस्पताल में परेेशान हो रही पीड़िता के लिए पुलिस ने कई प्रयास किए । जिसके बाद डॉ. मंजू सिंह ने शाम साढ़े पांच बजे एमएलसी किया ।
इस बारे में सतना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया की पीड़िता को ढाई घंटे तक इंतजार करना पड़ा इसके लिए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की गई हैं, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कार्यवाही करने का अस्वस्थ किया ।
वही इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि यह मामला etv के द्वारा संज्ञान में लाया गया है, इस मामले पर टीम गठित कर जाँच की जायेगी और जो भी डॉक्टर दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्यवाही की जयगी ।और ऐसा न हो इसके लिए सभी डॉक्टर को कड़े निर्देश दिये जायगे ।

बहरहाल स्वास्थ्य सेवाओं का यह कोई पहला मामला नहीं है। कुछ दिन पहले ही दुष्कर्म पीडि़ता को जांच के लिए घंटो इंतजार कराने के मामले में लापरवाही सामने आने पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला अस्पताल के एक डॉक्टर को सेवा समाप्ति का नोटिस देकर जबाव तलब कर चुका है । बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो सका ।Conclusion:Byte--
गौतम सोलंकी -- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतना ।
Byte --
अशोक अवधिया -- मुख्य चिकित्सा अधिकारी सतना ।
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