सतना। प्रदेश सरकार मजूदरों को दूसरे राज्यों से वापस लाने का काम कर रही है. इसी कड़ी में गुजरात से पांच बसों और एक ट्रक से सैकड़ों मजदूर शहर में दाखिल हुए. इस दौरान इनकी व्यवस्था के लिए मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं था. इस लापरवाही ने स्थानीय लोगों को भी परेशानी में डाल दिया है. जैसे मजूदर शहर में पहुंचे, यहां ना तो सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिली और ना कोई इंतजाम.
हालांकि ये मजदूर स्क्रीनिंग और चेकिंग के लिए जिला अस्पताल तो पहुंच रहे हैं. संक्रमण को लेकर लेकर कोई सावधानी नहीं बरती जा रही है. इस भीड़ में अगर एक भी कोरोना संक्रमित पाया तो पूरा शहर मुसीबत में पड़ सकता है. फिलहाल जिले को अभी ग्रीन जोन में शामिल किया गया है. लेकिन इस तरह की प्रशासनिक चूक मुसीबत को न्यौता दी रही है. वहीं जब जिम्मेदारों से इस बारे में सवाल किए गए तो वे कैमरे से बचते नजर आए.