सतना. नगर निगम सीमा के अंतर्गत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपए के विकास कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन बड़ी बात यह है कि उन विकास कार्यों की सही देखरेख के लिए मजबूत तंत्र और सुरक्षा व्यवस्था कहीं पर भी नहीं है. ऐसे में करोड़ों खर्च कर किए गए विकास कार्य बदहाली का शिकार हो रहे हैं और निगम प्रशासन करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जा रहा है.
देखरेख के अभाव में बर्बाद हुआ पार्क
पैसे की बर्बादी और प्रोजेक्ट्स की बदहाली का जीता जागता उदाहरण है सतना शहर (Satna) के शासकीय महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) परिसर में करीब दो करोड़ की लागत से विगत वर्ष तैयार किया गया लाड़ली लक्ष्मी पार्क (Ladli Lakshmi Park). आपको बता दें कि शहर में नगर निगम सीमा के अंदर बने हुए 72 पार्कों का करीब 14 करोड़ की लागत से सौंदरीकरण व सुधार कार्य किया गया है, जिनमें से 73वां पार्क डिग्री कॉलेज परिसर में बनाया गया. इसकी लागत करीब 2 करोड़ रुपए है, इस पार्क में बच्चों के खेलकूद के इंस्ट्रूमेंट, सौंदर्यकरण की दृष्टि से बैठक व्यवस्था को लेकर सुंदर और मजबूत कुर्सियां लगाई गई थी. लेकिन निगम प्रशासन की लापरवाही की चलते यह पार्क में लगाई गई सामग्रियां चोरों के भेंट चढ़ गईं.
निगम प्रशासन को है चोरी की जानकारी
यहां लगाए गए पेड़-पौधे और क्यारी तहस-नहस हो चुके हैं और खेलकूद वाले स्थान में चारों ओर लगाई गई जाली भी चोरी हो चुकी हैं. कॉलेज के छात्राओं एवं स्थानीय लोगों के लिए बनाए गए इस पार्क में करीब पांच माह से ताला लटका हुआ है, वहीं निगम प्रशासन भी अपने अलग राग अलाप रहा है। इस बारे में नगर निगम उपायुक्त एवं स्मार्ट सिटी मुख्य वित्तीय अधिकारी भूपेंद्र देव परमार से जब बात की गई उन्होंने बताया कि करीब 1 वर्ष पहले इस पार्क को तैयार किया गया था और पूरी सुंदरता पर 2 करोड़ की खर्च किए गए थे. पार्क में लगी सामग्रियां चोरी हो चुकी हैं करीब 3 माह से यह हमारे संज्ञान में है, इस मामले की शिकायत कोलगवा थाने में भी दर्ज कराई गई है. सुधार कार्य पुनः शुरू हो सके, इसके निर्देश दिए जा चुके हैं.