सतना। मध्यप्रदेश में सरकार बदलते ही तबादला एक्सप्रेस की रफ्तार अचानक तेज हो गयी थी, जिस पर विपक्ष ने कई बार ब्रेक लगाने की भी कोशिश की थी, इसके बावजूद तबादला एक्सप्रेस को जिन विभागीय स्टेशनों पर रुकना था, तेज रफ्तार की वजह से वहां से आगे निकल गई. जिसके बाद ईटीवी भारत ने प्रशासन को आईना दिखाया, तब जाकर शून्य छात्रों की संख्या वाले स्कूलों में पदस्थ सरकारी शिक्षकों का दूसरे स्कूलों में तबादला किया गया.
ईटीवी भारत ने अपने ग्राउंड रिपोर्ट में पाया कि उचेहरा तहसील के गोवराओखुर्द गांव के प्राथमिक शाला में एक भी छात्र ने दाखिला नहीं लिया था, इसके बावजूद वहां दो-दो शिक्षक पदस्थ थे. जिनमें से महिला शिक्षक का ट्रांसफर इस स्कूल में किया गया था, जबकि स्कूल में एक शिक्षक अमृतलाल चौधरी पहले से ही पदस्थ थे.
महिला ने अपने ही बेटे का नाम प्राथमिक शाला में दर्ज कर लिया था और स्कूल खोलकर आराम फरमा रहीं थी. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह ने कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों का ट्रांसफर उन स्कूलों में कर दिया, जहां शिक्षकों की कमी थी. इसके अलावा उन्होंने ऐसे हालात वाले स्कूलों की जांच करने का भी आश्वासन दिया है.