सतना। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को 1 साल पूरा हो चुका है. कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने से पहले वचन पत्र में जो वादे किए थे. उन वादों पर सरकार कितनी खरी उतरी. कितने वादे पूरे हुए और कितने रह गए अधूरे. इस बात को लेकर सतना विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि भाजपा अपने वादों को जुमला कह देती है कमलनाथ सरकार जुमले की सरकार नहीं है जो कहती है वह पूरा करेगी.
कितने वादे हुए पूरे और कितने रह गए अधूरे
विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे उन वादों को क्रमबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा. सरकार का सबसे बड़ा वादा किसान कर्जमाफी था. जिसमें अभी तक सतना जिले में केवल जिन किसानों के 50 हजार रुपए तक के लोन थे उनका कर्ज माफ हो चुका है. वहीं किसानों के अब 1 लाख के लोन वाले कर्ज को माफ किया जाएगा. जबकि सरकार ने 2 लाख तक के किसानों का कर्जा माफ करने का वादा किया था जो कि अब कछुए की चाल पर पूरा किया जा रहा है.
किसानों को बर्बाद फसलों का नहीं मिला मुआवजा
अतिवृष्टि में नष्ट हुई फसलों के मुआवजे को लेकर विधायक ने कहा कि प्राकृतिक आपदा किसी भी पल आ सकती है. लेकिन सतना में कुछ जगह पर ओलावृष्टि हुई है और जिस दायरे तक नुकसान होना था वह नहीं हुआ जो एक सीमित दायरा है उससे अधिक अगर नुकसान होता है तो जरूर मुआवजा दिया जाता.
भू माफिया पर की जा रही कार्रवाई पर सवाल
भू माफिया की कार्रवाई पर विधायक का कहना है कि सीएम ने कड़े निर्देश दिए थे. जिसके चलते लगातार कार्रवाई की जा रही है. लेकिन हाल ही में सतना के बदखर सरकारी जमीन पर बसे गरीबों के आशियाने पर इस कड़ाके की ठंड में बुल्डोजर चला दिया गया. इस पर सतना विधायक ने कहा कि वह मकान विगत दो-तीन सालों से ही बने हैं. उन्हें नोटिस भेजा गया था उसके बावजूद भी उन्हें अपनी व्यवस्था करनी चाहिए लेकिन उन्होंने नहीं की. इस कार्रवाई में जिन गरीबों के मकान गिरे हैं, उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.