सतना। सरहद पर सतना जिले के रामपुर बघेलान तहसील के दलदल ग्राम निवासी 26 वर्षीय वीर सपूत कर्णवीर सिंह राजपूत 20 अक्टूबर वर्ष 2021 को वीरगति को प्राप्त हो गए थे. कश्मीर के शोपियां में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में वह शहीद हुए थे. कर्णवीर सिंह राजपूत 21 राजपूत रेजिमेंट 44 आरआर में पदस्थ थे. हर कोई उनकी शौर्य की मिसाल दे रहा है. कर्णवीर सिंह राजपूत जाते-जाते दो आतंकियों को भी ढेर कर गए थे. कर्णवीर सिंह के पिता भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अब इस शहीद का परिवार संकट में आ गया है. शहीद के परिवार में उसके माता पिता सहित बड़े भाई के खिलाफ सतना महिला थाना में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज हुआ है.
शहीद की भाभी बोली- दहेज में और मांग रहे 10 लाख रुपए : दहेज प्रताड़ना का शहीद की सगी भाभी ने अपने पति शक्ति सिंह यानी शहीद के बड़े भाई, ससुर रवि सिंह, सास मिथिलेश सिंह के खिलाफ दर्ज कराया है. पीड़िता का आरोप है कि उसके ससुर रवि कुमार, सास मिथलेश कुमारी तथा पति शक्ति सिंह ने दहेज के तौर पर 10 लाख रुपयों की और मांग की, जबकि 1 दिसम्बर 2020 को शादी के समय उन्हें 10 लाख रुपए नगद तथा 10 लाख रुपए की ज्वेलरी तथा अन्य सामान दिया जा चुका था. दहेज की रकम के लिए उसके साथ ससुराल में दुर्व्यवहार किया जाता था, मारपीट की जाती थी और गर्म चिमटे से उसे जलाया जाता था.
ससुराल वालों से परेशान महिला मायके में : पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके साथ दहेज के लिए प्रताड़ना का दौर शादी के कुछ दिनों बाद ही शुरू हो गया था. दूसरी बार जब वह मायके से अपनी ससुराल उतैली लौटी, तभी से उसे परेशान किया जाने लगा था. तब उसने अपने मायके वालों को जानकारी दी थी. पिता व भाई ने ससुराल आकर सास ससुर, पति से आग्रह किया था लेकिन कोई फर्क नही पड़ा, पीड़िता उतैली स्थित अपनी ससुराल में लगातार मिल रही दहेज प्रताड़ना से तंग आ कर अपने मायके भरजुना में रह रही हैं.
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ढाई माह काटे पीड़िता ने पुलिस के चक्कर : पीड़िता ने बताया कि वह अपनी मां और भाई के साथ महीनों पुलिस अधीक्षक कार्यालय और थाना के चक्कर लगाती रही. महिला थाना एवं एसपी ऑफिस में आवेदन देने के लगभग ढाई महीने बाद पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामला दर्ज किया. शहीदों के प्रति राज्य सरकार के सम्मान के तौर पर परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने का प्रावधान किया गया है, इसी के तहत पीड़िता के पति और शहीद कर्णवीर के भाई शक्ति सिंह को नगर निगम में नौकरी देने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है, हालांकि अभी जॉइनिंग शेष है.
(Dowry case filed against martyr family) (Allegation in-laws asking for 10 lakhs)