सतना। अमरपाटन तहसील में यूरिया के लिए सहकारी समिति पर किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. देखते ही देखते हजारों की तादाद में किसान एक साथ खाद लेने पहुंच गए. इस दौरान किसानों को न कोरोना का डर था और न सरकारी नियमों की खबर. बस एक ही कोशिश थी कि जैसे-तैसे यूरिया मिल जाए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं. समिति की तरफ से कोरोना गाइडलाइन फॉलो कराने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था. भीड़ इतनी थी कि सड़क पर जाम लग गया.
सरकार यूरिया सप्लाई के लाख दावे करे कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में किसानों को यूरिया दिया जा रहा है, लेकिन किसानों की भीड़ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान परेशान हैं. खेतों में लगी फसलों को बचाने के लिए हालत ये बन गए हैं कि उन्हें अपनी जान की भी परवाह नहीं है. अमरपाटन में यूरिया के लिए उमड़ी भीड़ ने शासन-प्रशासन के इंतजामों की पोल खोल दी है. यूरिया के लिए किसान समिति के बाहर घंटों इंतजार करते रहे. इनमें से कुछ को खाद मिला, लेकिन कई किसानों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा.