सतना। जिले के सिंहपुर थाने के अंदर रविवार की रात एक चोरी के संदेही आरोपी की थाना प्रभारी विक्रम पाठक के सर्विस रिवाल्वर से गोली लगने से मौत हो गई. इस मामले को पुलिस देर रात से मीडिया से छिपाती रही. सुबह होते ही सोमवार को मामले का खुलासा हो गया.इस घटना के बाद गुस्साए मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों ने पुलिस के ऊपर पथराव किया. जिसके बाद पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़े, मृतक के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था, अपनी शर्त रखी थीं. लेकिन अब परिजनों ने प्रशासन की बात मानकर शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा.
मध्यप्रदेश के सतना जिले के सिंहपुर थाना के अंदर रविवार की देर रात लाकअप के सामने वाले कक्ष में चोरी के संदेही आरोपी राजपति कुशवाहा उम्र 45 वर्ष निवासी नारायणपुर को थाना प्रभारी विक्रम पाठक के सर्विस रिवाल्वर से गोली लगी और राजपति कुशवाहा के इलाज के दौरान रीवा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई. इस बात की जानकारी लगते ही सुबह परिजनों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया. इसके बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर पुलिस की गाड़ियां भी रोकी. देखते ही देखते भीड़ इतनी उग्र हो गई की भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना चालू कर दिया. किसी तरीके से बचते बचाते, पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े और भीड़ पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया.
यह घटनाक्रम घंटो तक चला, इस घटना में पुलिस ने लाठियां भी जमकर बरसाई थी.इस घटना में जिला कलेक्टर अजय कटेसरिया ने सतना ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि यह बहुत दुखद घटना है और इसमें मृतक के परिजनों को मना लिया गया है, विधायक के घर में मौजूद परिजन अपने गृह ग्राम पहुंच गए और शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. तात्कालिक रूप से सीएम की घोषणा पर 10 लाख रुपए का चेक प्रत्येक परिवार को दिया गया इसके साथ ही 1 लाख रुपए रेडक्रॉस से सहायता निधि प्रदान की गई है और मृतक की पत्नी को एक नौकरी दी गई.
मामले पर सतना जिले के नवागत एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि यह एक बहुत ही दुखद घटना है, इसके लिए मृतक के परिजनों को यह आश्वासन दिया गया है कि इस घटना की ज्यूडिशियल जांच की जा रही है, इसके लिए एक एसआईटी भी गठित की गई, इसमें डीएसपी रैंक के अधिकारी जांच करेंगे.