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महिला आरक्षित सीटः महिलाओं की दावेदारी पर भारी नेताओं की पत्नियों की दावेदारी

नगरीय निकाय चुनाव में चुनाव आयोग ने तो आरक्षण की घोषणा कर दी है, लेकिन महिला आरक्षित सीटों पर पुरुषों की दावेदारी भारी पड़ रही है. नगरीय निकाय चुनाव के लिए सागर सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुई है, लेकिन इस सीट पर सक्रीय महिला की जगह पुरुष नेताओं की पत्नियों की दावेदारी भारी पड़ रही है.

Claims of the wives of heavy leaders over the claim of women
महिलाओं की दावेदारी पर भारी नेताओं की पत्नियों की दावेदारी
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Published : Mar 9, 2021, 9:03 PM IST

सागर। फिलहाल नगरीय निकाय चुनाव का कार्यक्रम राज्य निर्वाचन आयोग में जारी नहीं किया है. लेकिन चुनाव की सुगबुगाहट के चलते और आरक्षण प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के कारण दावेदारी साफ नजर आने लगी है. सागर नगर निगम महापौर अनारक्षित महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है. ऐसी स्थिति में सत्ताधारी दल भाजपा में सक्रिय महिलाएं महापौर पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं. लेकिन इनकी दावेदारी पर उन नेताओं की पत्नियों की दावेदारी भारी पड़ती नजर आ रही है, जो राजनीति में सक्रिय हैं. इन परिस्थितियों का चुनाव में नुकसान ना हो ऐसी स्थिति में संगठन ने चुप्पी साध रखी है. दूसरी तरफ यह मांग खड़ी हो रही है कि सिर्फ सक्रिय महिलाओं को ही टिकट दिया जाए ना कि नेताओं की पत्नियों को.

महिलाओं की दावेदारी पर भारी नेताओं की पत्नियों की दावेदारी
  • लंबे समय बाद अनारक्षित हुआ सागर महापौर का पद

सागर शहर में ब्राह्मणों और जैन समुदाय की जनसंख्या काफी ज्यादा है. लेकिन नगर निगम के महापौर पद पर इस वर्ग के लिए लंबे समय से मौका नहीं मिल रहा था. पहली बार ऐसा हुआ है कि सागर नगर निगम के महापौर का पद अनारक्षित हुआ है. अनारक्षित के साथ यह महिला वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है. ऐसी स्थिति में सत्ता धारी दल भाजपा से सामान्य वर्ग की वे महिलाएं दावेदारी कर रही हैं, जो राजनीति में सक्रिय है. लेकिन उनकी दावेदारी को सामान्य वर्ग के पुरुष नेताओं की चुनौती मिल रही है. क्योंकि वह अपनी पत्नियों के लिए टिकट मांग रहे हैं.

  • भाजपा की राजनीति में सक्रिय महिलाओं की दावेदारी

महापौर पद के लिए अनारक्षित महिला होने के कारण शहर की भाजपा की राजनीति में सक्रिय महिलाएं दावेदारी कर रही हैं.

प्रमुख दावेदार सक्रियता
प्रतिभा चौबेपूर्व पार्षद, पूर्व एल्डरमैन और करीब 20 साल से राजनीति में सक्रिय
संध्या भार्गवसंगठन की राजनीति में सक्रिय
मेधा दुबेएक बार पार्षद और एल्डरमैन
  • भाजपा नेता पत्नियों के लिए कर रहे हैं दावेदारी

अनारक्षित महिला वर्ग के लिए महापौर का पद आरक्षित होने के कारण सामान्य वर्ग के पुरुष नेता अपनी पत्नियों के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. जिनमें प्रमुख नाम पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष और भाजपा जिला महामंत्री श्याम तिवारी, वरिष्ठ नेता सुशील तिवारी, सुखदेव मिश्रा, मुकेश जैन और अनिल तिवारी है. इन नेताओं का दावा है कि अगर पुरुष राजनीति में सक्रिय है और सफल है, तो उसमें उसकी पत्नी का भी योगदान होता है. इस नाते दावेदारी गलत नहीं है.

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  • क्या कहते है पुरूष दावेदार

पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष और भाजपा के वर्तमान जिला महामंत्री श्याम तिवारी अपनी पत्नी रितु तिवारी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि कोई पुरुष राजनीति में सक्रिय है और निरंतर कार्य कर रहा है, तो उसके पीछे उसके परिवार का योगदान भी होता है. वह महिलाएं जो घर में होती हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी में योगदान देती हैं.

  • क्या कहती हैं महिला दावेदार

एक कार्यकर्ता पार्टी की शुरुआत कर दो बार पार्षद रही प्रतिभा चौबे कहती हैं कि ऐसी स्थिति में जो महिलाएं सक्रिय राजनीति में हैं, उनका क्या होगा. पार्टी संगठन से निवेदन है कि इस स्थिति पर ऐसी गाइडलाइन तैयार की जाए की सक्रिय महिला को ही टिकट मिले.

  • संगठन ने साधी चुप्पी

सागर के भाजपा संगठन के संभागीय मीडिया प्रभारी प्रदीप राजोरिया कहते है कि पार्टी के हर कार्यकर्ता का उद्देश्य है, भाजपा और कमल निशान को चुनाव जिताना. अभी सब की दावेदारी सामने आ रही हैं. जिस दिन पार्टी गाइडलाइन के हिसाब से टिकट तय कर देगी सब मिलजुल कर काम करेंगे.

सागर। फिलहाल नगरीय निकाय चुनाव का कार्यक्रम राज्य निर्वाचन आयोग में जारी नहीं किया है. लेकिन चुनाव की सुगबुगाहट के चलते और आरक्षण प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के कारण दावेदारी साफ नजर आने लगी है. सागर नगर निगम महापौर अनारक्षित महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है. ऐसी स्थिति में सत्ताधारी दल भाजपा में सक्रिय महिलाएं महापौर पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं. लेकिन इनकी दावेदारी पर उन नेताओं की पत्नियों की दावेदारी भारी पड़ती नजर आ रही है, जो राजनीति में सक्रिय हैं. इन परिस्थितियों का चुनाव में नुकसान ना हो ऐसी स्थिति में संगठन ने चुप्पी साध रखी है. दूसरी तरफ यह मांग खड़ी हो रही है कि सिर्फ सक्रिय महिलाओं को ही टिकट दिया जाए ना कि नेताओं की पत्नियों को.

महिलाओं की दावेदारी पर भारी नेताओं की पत्नियों की दावेदारी
  • लंबे समय बाद अनारक्षित हुआ सागर महापौर का पद

सागर शहर में ब्राह्मणों और जैन समुदाय की जनसंख्या काफी ज्यादा है. लेकिन नगर निगम के महापौर पद पर इस वर्ग के लिए लंबे समय से मौका नहीं मिल रहा था. पहली बार ऐसा हुआ है कि सागर नगर निगम के महापौर का पद अनारक्षित हुआ है. अनारक्षित के साथ यह महिला वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है. ऐसी स्थिति में सत्ता धारी दल भाजपा से सामान्य वर्ग की वे महिलाएं दावेदारी कर रही हैं, जो राजनीति में सक्रिय है. लेकिन उनकी दावेदारी को सामान्य वर्ग के पुरुष नेताओं की चुनौती मिल रही है. क्योंकि वह अपनी पत्नियों के लिए टिकट मांग रहे हैं.

  • भाजपा की राजनीति में सक्रिय महिलाओं की दावेदारी

महापौर पद के लिए अनारक्षित महिला होने के कारण शहर की भाजपा की राजनीति में सक्रिय महिलाएं दावेदारी कर रही हैं.

प्रमुख दावेदार सक्रियता
प्रतिभा चौबेपूर्व पार्षद, पूर्व एल्डरमैन और करीब 20 साल से राजनीति में सक्रिय
संध्या भार्गवसंगठन की राजनीति में सक्रिय
मेधा दुबेएक बार पार्षद और एल्डरमैन
  • भाजपा नेता पत्नियों के लिए कर रहे हैं दावेदारी

अनारक्षित महिला वर्ग के लिए महापौर का पद आरक्षित होने के कारण सामान्य वर्ग के पुरुष नेता अपनी पत्नियों के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. जिनमें प्रमुख नाम पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष और भाजपा जिला महामंत्री श्याम तिवारी, वरिष्ठ नेता सुशील तिवारी, सुखदेव मिश्रा, मुकेश जैन और अनिल तिवारी है. इन नेताओं का दावा है कि अगर पुरुष राजनीति में सक्रिय है और सफल है, तो उसमें उसकी पत्नी का भी योगदान होता है. इस नाते दावेदारी गलत नहीं है.

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  • क्या कहते है पुरूष दावेदार

पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष और भाजपा के वर्तमान जिला महामंत्री श्याम तिवारी अपनी पत्नी रितु तिवारी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि कोई पुरुष राजनीति में सक्रिय है और निरंतर कार्य कर रहा है, तो उसके पीछे उसके परिवार का योगदान भी होता है. वह महिलाएं जो घर में होती हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी में योगदान देती हैं.

  • क्या कहती हैं महिला दावेदार

एक कार्यकर्ता पार्टी की शुरुआत कर दो बार पार्षद रही प्रतिभा चौबे कहती हैं कि ऐसी स्थिति में जो महिलाएं सक्रिय राजनीति में हैं, उनका क्या होगा. पार्टी संगठन से निवेदन है कि इस स्थिति पर ऐसी गाइडलाइन तैयार की जाए की सक्रिय महिला को ही टिकट मिले.

  • संगठन ने साधी चुप्पी

सागर के भाजपा संगठन के संभागीय मीडिया प्रभारी प्रदीप राजोरिया कहते है कि पार्टी के हर कार्यकर्ता का उद्देश्य है, भाजपा और कमल निशान को चुनाव जिताना. अभी सब की दावेदारी सामने आ रही हैं. जिस दिन पार्टी गाइडलाइन के हिसाब से टिकट तय कर देगी सब मिलजुल कर काम करेंगे.

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