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गौ शालाओं में महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी - Livelihood Mission

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिले में 33 गौशालाओं का संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है.

women prepared cow wood and wood
महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी
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Published : Mar 28, 2021, 2:26 PM IST

सागर। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा स्थापित की गई 33 गौशालाओं का संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है. इन महिलाओं ने गाय के गोबर से ईंट के आकार के कंडे और गौ काष्ठ (लकड़ी) तैयार की. पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से प्रशासन ने गोबर से तैयार की गई ईंटों और लकड़ी से होली मनाने की अपील की है.

women prepared cow wood and wood
महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी
33 गौशालाओं का संचालन कर रही हैं महिलाएं सागर में सरकार द्वारा खोली गई गौशालाओं का संचालन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है. महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य भी सार्थक हो रहा है. सागर में 33 गौशालाओं का संचालन महिला स्व सहायता समूह कर रही हैं. गायों की सेवा के अलावा महिला स्व सहायता समूह गायों के गोबर से खाद का निर्माण, ईंट के आकार के कंडों का निर्माण और गौ काष्ट का निर्माण करते हैं. इससे महिला स्व सहायता समूहों को आमदनी भी हो रही है.
women prepared cow wood and wood
महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी
होलिका दहन के लिए तैयार किए कंडे और लकड़ीआजीविका मिशन के अंतर्गत किए जा रहे इस प्रयास की सफलता के लिए प्रशासन आम जनों से पर्यावरण संरक्षण के साथ होली मनाने की अपील कर रहा है. प्रशासन की अपील है कि लकड़ी होली में ना जलाकर गाय के गोबर के बने कंडे और लकड़ियां जलाएं. इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और महिला स्व सहायता समूह की आमदनी भी होगी.

ये भी पढ़ें: बुंदेलखंडी अंदाज में सुनिए कन्हैया होली खेलें मधुबन में...

जंगलों को बचाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की अपील
प्रशासन द्वारा इस अपील के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि गौशाला में निर्मित गाय के गोबर के कंडे और लकड़ियों से होली का दहन करने से, जहां वनों को बचाया जा सकेगा. वहीं, दूसरी तरफ महिला स्व सहायता समूह में आत्मनिर्भर होंगीं.

सागर। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा स्थापित की गई 33 गौशालाओं का संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जा रहा है. इन महिलाओं ने गाय के गोबर से ईंट के आकार के कंडे और गौ काष्ठ (लकड़ी) तैयार की. पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से प्रशासन ने गोबर से तैयार की गई ईंटों और लकड़ी से होली मनाने की अपील की है.

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महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी
33 गौशालाओं का संचालन कर रही हैं महिलाएं सागर में सरकार द्वारा खोली गई गौशालाओं का संचालन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है. महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य भी सार्थक हो रहा है. सागर में 33 गौशालाओं का संचालन महिला स्व सहायता समूह कर रही हैं. गायों की सेवा के अलावा महिला स्व सहायता समूह गायों के गोबर से खाद का निर्माण, ईंट के आकार के कंडों का निर्माण और गौ काष्ट का निर्माण करते हैं. इससे महिला स्व सहायता समूहों को आमदनी भी हो रही है.
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महिलााओं ने तैयार किया गौ काष्ठ और लकड़ी
होलिका दहन के लिए तैयार किए कंडे और लकड़ीआजीविका मिशन के अंतर्गत किए जा रहे इस प्रयास की सफलता के लिए प्रशासन आम जनों से पर्यावरण संरक्षण के साथ होली मनाने की अपील कर रहा है. प्रशासन की अपील है कि लकड़ी होली में ना जलाकर गाय के गोबर के बने कंडे और लकड़ियां जलाएं. इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और महिला स्व सहायता समूह की आमदनी भी होगी.

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जंगलों को बचाने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की अपील
प्रशासन द्वारा इस अपील के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि गौशाला में निर्मित गाय के गोबर के कंडे और लकड़ियों से होली का दहन करने से, जहां वनों को बचाया जा सकेगा. वहीं, दूसरी तरफ महिला स्व सहायता समूह में आत्मनिर्भर होंगीं.

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