सागर। कोरोना कर्फ्यू के दौरान कोविड-19 गाइडलाइन का पालन न करने वाले लोगों के लिए विकासखंड स्तर पर अस्थाई खुली जेल बनाई गई है. अस्थाई खुली जेल में उन लोगों को रखा जा रहा है, जो बेवजह घर से निकलते हैं और मास्क नहीं लगाते हैं. उन लोगों को अस्थाई खुली जेल में भेजने का प्रावधान है. जिले के गढ़ाकोटा नगर में बनाई गई अस्थाई जेल इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रही है. अस्थाई जिले एक हाई स्कूल में बनाई गई है. जो लोग कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करते हैं. उन लोगों के लिए स्कूल परिसर में बनी जेल में पौधरोपण करना पड़ता है. इससे स्कूल का वातावरण भी सुधरेगा और ऑक्सीजन भी बढ़ेगी.
कोविड गाइडलाइन तोड़ने पर अनोखी सजा
सागर जिले के गढ़ाकोटा नगर में कोविड-19 गाइडलाइन के उल्लंघन की अनोखी सजा मिल रही है. कोरोना कर्फ्यू के दौरान नगर में बेवजह और बिना मास्क के घूमने वाले लोगों को पुलिस विभाग द्वारा पटेरिया हाई स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में रखा जा रहा है. यहां सजा पाने वाले लोगों को तीन घंटे तक रखकर फिर तहसीलदार द्वारा रिहाई मिलने के बाद हिदायत देकर छोड़ दिया जाता है. तीन घंटे की सजा के दौरान स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल परिसर के बगीचे में सजा पाने वाले लोगों को पौधे लगाने का काम सौंपा गया है. हर व्यक्ति को स्कूल में बने बगीचे में गड्ढा खोदकर पौधा लगाना होता है. सजा के साथ पर्यावरण संरक्षण का सकारात्मक संदेश दिया जा रहा है.
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पर्यावरण का हो रहा संरक्षण
अस्थाई जेल के प्रभारी राजभान दुबे ने बताया कि कलेक्टर सागर के निर्देश अनुसार पिछले 30 अप्रैल से गढ़ाकोटा के पटेरिया स्कूल में अस्थाई जेल बनाई गई है. जहां छायादार वृक्ष हैं और पीने के पानी के अलावा शौचालय की सुविधा उपलब्ध है. कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले रोजाना 10-15 लोग आते हैं. इन लोगों से पौधे लगवाकर पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ये काम किया जा रहा है. इसके अलावा कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन की औपचारिकता के साथ समझाइश देते हैं कि बेवजह घर से बाहर न निकलें. बहुत जरूरी काम होने पर कोविड गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए मास्क लगाकर ही निकलें.