सागर। फिल्म अभिनेता और राजनेताओं के गुरु पंडित देव प्रभाकर शास्त्री 'दद्दा जी' और उनकी धर्मपत्नी गुरु माता का सागर में मंदिर स्थापित किया जा रहा है. सागर के संत देव प्रभाकर नगर में श्रीराम मंदिर परिसर में यह मंदिर स्थापित किया जा रहा है. जहां दद्दाजी और गुरु माता की मूर्ति स्थापित की जाएगी. देशभर में फैले दद्दाजी के अनुयायी इस मंदिर निर्माण के लिए बढ़-चढ़कर योगदान कर रहे हैं. आगामी 28 मार्च को मंदिर में दद्दाजी और गुरु माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. यह कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा और कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए देशभर में फैले दद्दाजी के नेता, अभिनेता और शिष्य शामिल होंगे.
ब्रह्मलीन गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री 'दद्दा जी' और उनकी धर्मपत्नी 'गुरु मां' कुंती देवी की स्मृति में सागर में उनके अनुयायियों द्वारा प्रथम मंदिर के निर्माण का संकल्प पूरा होने जा रहा है. सागर के दीनदयाल नगर में स्थित देव प्रभाकर नगर के श्रीराम मंदिर परिसर में यह मंदिर बनाया जा रहा है. मंदिर में दद्दाजी और गुरु माता की प्रतिमा स्थापित कराई जाएगी. इस मंदिर निर्माण में विशेषतौर पर सागर और दमोह के शिक्षा मंडल ने अथक प्रयास किए हैं. इसके अलावा देश भर में फैले दद्दाजी शिष्य मंडल के सभी सदस्य किसी ना किसी रूप में योगदान कर रहे हैं.
दद्दाजी के परम शिष्य वीरेंद्र गौर ने बताया कि दद्दा जी के महापरिनिर्वाण के बाद जब अस्थि संचयन कार्यक्रम के लिए हम लोग कटनी जा रहे थे, तो करीब 6 किलोमीटर पहले एक हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए उतरे थे. जहां हमारे मन में स्वप्रेरणा से दद्दा जी और गुरु माता के प्रथम मंदिर की स्थापना का विचार आया था. हम सभी साथियों ने तय कर लिया था कि दद्दा जी का मंदिर सबसे पहले सागर में स्थापित किया जाएगा. इसी कड़ी में देव प्रभाकर नगर के श्री राम मंदिर परिसर में यह मंदिर बनाया जा रहा है. मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है. इस मंदिर के निर्माण के लिए देशभर के दद्दा जी के शिष्यों ने किसी न किसी रूप में योगदान दिया है और आगे जब मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी, तो सभी शिष्यों के योगदान के लिए उन्हें प्रेरित किया जाएगा. शुरुआत में मंदिर निर्माण में 27-28 लाख रुपए खर्चे का प्रस्ताव बना था, जो निर्माण होते होते करीब 35 लाख तक पहुंच गया है.
सागर के देव प्रभाकर नगर में स्थित श्रीराम मंदिर परिसर में जो दद्दा जी के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. यह मंदिर महाराष्ट्र के नागपुर के प्रसिद्ध कारीगर नागराज द्वारा किया जा रहा है. नागराज द्वारा देश में कई मंदिरों का निर्माण किया गया है. इसके अलावा दद्दाजी और गुरु माता की मूर्ति बनवाई गई है, वह जयपुर के कारीगरों ने बनाई है.
प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रयागराज से आएंगे फूल
मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर की सजावट की तैयारी अंतिम चरणों में चल रही है. 28 मार्च से मंदिर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम का शुभारंभ होगा, जो 3 दिनों तक चलेगा. इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए विशेष रूप से सजावट की जाएगी. सजावट के लिए प्रयागराज से विशेष तौर पर फूल बुलाए जा रहे हैं.
प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे नेता और अभिनेता
दद्दा जी और गुरु माता के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देशभर में फैले दद्दा जी के शिष्य शामिल होंगे. दद्दा जी की शिष्य मंडली में कई नेता और अभिनेता शामिल हैं. आशुतोष राणा और राजपाल यादव जैसे फिल्म अभिनेता दद्दा जी के परम शिष्य हैं, तो मध्य प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहने वाले कई राजनेता भी दद्दा जी के परम शिष्य हैं, माना जा रहा है कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सागर में नेताओं और अभिनेताओं का मेला लगेगा.
सागर में निर्मित दद्दा जी के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 28 मार्च को दद्दा जी के ज्येष्ठ पुत्र डॉ. अनिल शास्त्री के सानिध्य में होगा. इस कार्यक्रम में देश भर से हजारों अनुयायियों की पहुंचने की संभावना है. 26 मार्च से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू होगा. 26 मार्च को देव पूजन एवं जलाधिवास और 27 मार्च को अस्त्राधिवास एवं रात्रि में शैय्याधिवास कार्यक्रम होगा. 28 मार्च को सुबह 11:30 पर प्रतिमाओं का प्राण प्रतिष्ठा एवं पूर्णाहुति होगी. इसी दिन मंदिर परिसर में बनाई गई बगिया का भी उद्घाटन होगा.