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BMC में ब्लैक फंगस पीड़ित महिला की हुई सफल सर्जरी - ब्लैक फंगस का उपचार

ब्लैक फंगस से पीड़ित एक महिला की सर्जरी की गई है. बीएमसी में ब्लैक फंगस के केस का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया. फिलहाल मरीज पूरी तरह से ठीक है.

black fungus
ब्लैक फंगस
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Published : May 19, 2021, 7:34 AM IST

सागर। जिले में ब्लैक फंगस के मरीज आना शुरू हो गए हैं. फिलहाल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दो ब्लैक फंगस से पीड़ित महिलाओं को भर्ती किया गया है, जिसमें से एक पीड़ित महिला की सर्जरी की गई है. बुधवार दोपहर में बीएमसी में ब्लैक फंगस के केस का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया. नाक के रास्ते से फंगस की ग्रोथ को बाहर निकाला गया. मरीज पूरी तरह स्वस्थ है. इस सर्जरी के बाद ब्लैक फंगस का इलाज आसान और बेहतर हो सकेगा.

ब्लैक फंगस पीड़ित महिला की सफल सर्जरी
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉ सुमित रावत ने बताया कि ब्लैक फंगस पीड़ित मरीज की सफल सर्जरी की गई. नाक कान और गला विशेषज्ञ दिनेश जैन के नेतृत्व में महिला की सर्जरी की गई है. हालांकि, इस सर्जरी को माइनर सर्जरी बताया जा रहा है. महिला की नाक से ब्लैक फंगस की ग्रोथ को बाहर निकाला गया है,जो करीब 50 ग्राम की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला में फंगस के लक्षण पाए जाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था. डॉ. रावत ने बताया कि महिला की ब्लैक फंगस की सर्जरी में निकली ग्रोथ की वायरोलॉजी लैब और माइक्रो बायोलॉजी लैब में जांच की जाएगी.

सर्जरी के बाद हो सकेगा बेहतर इलाज
डॉक्टर दिनेश जैन ने बताया कि जिस मरीज की सर्जरी की गई है. यह एक पोस्ट कोविड-19 केस था और 21 दिन पहले ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए थे. पिछले चार-पांच दिन से नाक बंद और आंख में परेशानी महसूस हो रही थी. एक निजी अस्पताल में जांच कराने के बाद मरीज की नाक में फंगस की बात सामने आई थी. ये फंगस का शुरुआती दौर था. आज हुई सर्जरी में मरीज की नाक के अंदर जितना हिस्सा काला पड़ गया था. उसे सर्जरी के जरिए निकाल दिया गया है. अब मरीज का इलाज बेहतर तरीके से हो सकेगा.

अभी भी ब्लैक फंगस से मुक्ति नहीं
डॉक्टर जैन ने बताया है कि इस सर्जरी से मरीज को ब्लैक फंगस से मुक्ति नहीं मिली है. लेकिन सर्जरी के बाद मरीज का इलाज बेहतर तरीके से हो सकेगा, क्योंकि नाक में फंगस होने के कारण मरीज के इलाज में कई तरह की परेशानियां आ रही थी और जो दवाइयां दी जा रही थी. वह भी उतनी असरकारक नहीं थी. अब सर्जरी के बाद जो भी इलाज होगा, वह ज्यादा कारगर साबित होगा.


भोपाल: हमीदिया अस्पताल में ब्लैक फंगस से 2 दिन में हुई 2 मौत

बुंदेलखंड में एक और मरीज भर्ती
जैन ने बताया है कि जिले में अभी इस तरह के 8 से 10 केस देखने को मिले हैं. एक मरीज अभी बीएमसी में भर्ती है. हालांकि, अभी शुरुआती लक्षण है. वहीं, 2 मरीज भोपाल में इलाज करा रहे हैं. एक मरीज का इंदौर में ऑपरेशन हो चुका है. इसके अलावा इस तरह के लक्षण वाले दो-तीन लोग और सामने आए थे.

सागर। जिले में ब्लैक फंगस के मरीज आना शुरू हो गए हैं. फिलहाल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दो ब्लैक फंगस से पीड़ित महिलाओं को भर्ती किया गया है, जिसमें से एक पीड़ित महिला की सर्जरी की गई है. बुधवार दोपहर में बीएमसी में ब्लैक फंगस के केस का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया. नाक के रास्ते से फंगस की ग्रोथ को बाहर निकाला गया. मरीज पूरी तरह स्वस्थ है. इस सर्जरी के बाद ब्लैक फंगस का इलाज आसान और बेहतर हो सकेगा.

ब्लैक फंगस पीड़ित महिला की सफल सर्जरी
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉ सुमित रावत ने बताया कि ब्लैक फंगस पीड़ित मरीज की सफल सर्जरी की गई. नाक कान और गला विशेषज्ञ दिनेश जैन के नेतृत्व में महिला की सर्जरी की गई है. हालांकि, इस सर्जरी को माइनर सर्जरी बताया जा रहा है. महिला की नाक से ब्लैक फंगस की ग्रोथ को बाहर निकाला गया है,जो करीब 50 ग्राम की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला में फंगस के लक्षण पाए जाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था. डॉ. रावत ने बताया कि महिला की ब्लैक फंगस की सर्जरी में निकली ग्रोथ की वायरोलॉजी लैब और माइक्रो बायोलॉजी लैब में जांच की जाएगी.

सर्जरी के बाद हो सकेगा बेहतर इलाज
डॉक्टर दिनेश जैन ने बताया कि जिस मरीज की सर्जरी की गई है. यह एक पोस्ट कोविड-19 केस था और 21 दिन पहले ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए थे. पिछले चार-पांच दिन से नाक बंद और आंख में परेशानी महसूस हो रही थी. एक निजी अस्पताल में जांच कराने के बाद मरीज की नाक में फंगस की बात सामने आई थी. ये फंगस का शुरुआती दौर था. आज हुई सर्जरी में मरीज की नाक के अंदर जितना हिस्सा काला पड़ गया था. उसे सर्जरी के जरिए निकाल दिया गया है. अब मरीज का इलाज बेहतर तरीके से हो सकेगा.

अभी भी ब्लैक फंगस से मुक्ति नहीं
डॉक्टर जैन ने बताया है कि इस सर्जरी से मरीज को ब्लैक फंगस से मुक्ति नहीं मिली है. लेकिन सर्जरी के बाद मरीज का इलाज बेहतर तरीके से हो सकेगा, क्योंकि नाक में फंगस होने के कारण मरीज के इलाज में कई तरह की परेशानियां आ रही थी और जो दवाइयां दी जा रही थी. वह भी उतनी असरकारक नहीं थी. अब सर्जरी के बाद जो भी इलाज होगा, वह ज्यादा कारगर साबित होगा.


भोपाल: हमीदिया अस्पताल में ब्लैक फंगस से 2 दिन में हुई 2 मौत

बुंदेलखंड में एक और मरीज भर्ती
जैन ने बताया है कि जिले में अभी इस तरह के 8 से 10 केस देखने को मिले हैं. एक मरीज अभी बीएमसी में भर्ती है. हालांकि, अभी शुरुआती लक्षण है. वहीं, 2 मरीज भोपाल में इलाज करा रहे हैं. एक मरीज का इंदौर में ऑपरेशन हो चुका है. इसके अलावा इस तरह के लक्षण वाले दो-तीन लोग और सामने आए थे.

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