सागर। शहर के हृदयस्थल तीनबत्ती पर गुरूवार शाम को तब अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब सागर के सदर इलाके के रहने वाले एक पुलिस आरक्षक ने भरी भीड़ में आत्महत्या करने की कोशिश की. आत्महत्या की कोशिश करने वाला आरक्षक राजेश राठौर फिलहाल छतरपुर में पदस्थ है और उसने आत्महत्या की वजह सागर के नरयावली से भाजपा विधायक प्रदीप लारिया की प्रताडना बताया है. वहीं प्रदीप लारिया ने इसे कांग्रेस की साजिश बताते हुए आरक्षक को पागल करार दिया है, उन्होंने कहा कि "झूठे आरोप लगाकर मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है."
क्या है मामला: दरअसल गुरूवार शाम करीब सात बजे सागर के हृदयस्थल तीन बत्ती पर रोजाना की तरह भारी भीड़ थी, तभी एक पुलिस की वर्दी पहने व्यक्ति आया और तीनबत्ती पर स्थित गौरमूर्ति के सामने आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा. मौके पर मौजूद लोगों और ट्रैफिक पुलिस ने तत्काल पुलिसकर्मी को पकड़ लिया और उसकी कोशिश नाकाम कर दी. आत्महत्या की कोशिश करने वाले पुलिस कर्मी का कहना है कि "भाजपा विधायक प्रदीप लारिया द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. मैं शहर के सदर इलाके के लालकुर्ती का रहने वाला हूं, जहां करीब चार साल पहले मेरे भतीजों को विमल यादव नाम के व्यक्ति से झगड़ा हुआ था. उसी झगड़े को लेकर विधायक प्रदीप लारिया केस डायरी पेश नहीं होने दे रहे हैं और मुझे और मेरे परिवार को तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं. मैं कई बार पुलिस अधिकारियों को आवेदन के जरिए वस्तुस्थिति से अवगत करा चुका हूं, लेकिन मेरी सुनवाई नहीं हो रही है."
मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास: आत्मदाह की कोशिश करने वाले आरक्षक राजेश राठौर के गंभीर आरोपों को लेकर प्रदीप लारिया का कहना है कि "मैं पुलिस आरक्षक को जानता तक नहीं हूं, मुझे लगता है कि आरक्षक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. आरक्षक मेरा नाम क्यों ले रहा है, ये मेरी समझ से बाहर है." उन्होंने आरक्षक द्वारा लगाए गए आरोपों को सोची समझी साजिश करार देते हुए मामले की शिकायत सागर पुलिस अधीक्षक से करने की बात कही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने कहा कि "इस घटना की पुलिस जांच करे और आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करे. भाजपा प्रत्याशियों की लगातार छवि धूमल करने का प्रयास कांग्रेस पार्टी द्वारा किया जा रहा है, जिसकी भारतीय जनता पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है."