सागर। मध्य प्रदेश के सरकारी सागर जिला अस्पताल की एक बार फिर भारी लापरवाही उजागर हुई है. अस्पताल के मुर्दाघर में रखे दो शवों की एक-एक आंख संभवत: चूहों ने कुतर दी है, अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा कि पिछले 15 दिनों में हुई दो घटनाओं के बाद, सागर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन और तीन डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ममता तिमोरी ने बताया कि ''4 जनवरी और 19 जनवरी को दोनों शवों में से प्रत्येक की एक-एक आंख गायब मिली हैं''.
सिविल सर्जन समेत चार डॉक्टरों को नोटिस: ममता तिमोरी ने कहा कि 4 जनवरी को डीप फ्रीजर के काम नहीं करने के कारण 32 वर्षीय व्यक्ति का शव अस्पताल के मुर्दाघर के टेबल पर रख दिया गया था. इस शव की आंख कुतरी हुई पाई गयी. सीएमएचओ ने कहा ''19 जनवरी को एक अन्य मृतक 25 वर्षीय व्यक्ति की आंख भी क्षतिग्रस्त पाई गई. हालांकि उसके शरीर को डीप फ्रीजर (मोर्चरी में) में रखा गया था''. उन्होंने बताया कि इन घटनाओं के बाद शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर सिविल सर्जन समेत चार डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
MP हेल्थ सिस्टम की चूहों ने कुतरी आंख, सागर अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला
चूहे खा गए आंख: तिमोरी ने कहा कि 4जनवरी की घटना के बाद सिविल सर्जन को नोटिस दिया गया था, लेकिन फिर से ऐसी ही घटना हो गई. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन व अन्य से जवाब मिलने के बाद आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ''प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि शवों की आंखें चूहों ने कुतर लीं लेकिन तथ्यों की पुष्टि होनी अभी बाकी है''. बता दें कि बीती 4 जनवरी को आमेट गांव के रहने वाले युवक मोती पिता बारेलाल गौंड (32) की जिला चिकित्सालय में मौत हो गई थी. युवक की मौत के बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम कक्ष भेजा दिया गया. जब परिजन शव के पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे तब उन्होंने देखा था कि शव की एक आंख गायब थी.