सागर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर तारीखों को ऐलान होते ही, अब बगावत की खबरें सामने आने लगी है. इधर, बीजेपी में टिकट वितरण को लेकर कई कार्यकर्ता नाखुश नजर आ रहे हैं. अब बीजेपी के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण की नाराजगी सामने आई है. उनके बेटे को पार्टी की तरफ से टिकट नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि मैं शुरु से ही विद्रोही प्रवृत्ति का रहा हूं, क्योंकि मैं अन्याय को बर्दाश्त नहीं करता.
उन्होंने आगे कहा कि अब उनके बेटे सुधीर यादव के साथ पार्टी की तर्फ से टिकट नहीं देकर अन्याय किया गया है. उन्हें इसके लिए पार्टी से बगावत करना चाहिए. अगर वे ऐसा चाहते हैं. उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए. अगर सुधीर चुनाव लड़ेंगे, तो वे उनके लिए प्रचार करेंगे.
उन्होंने बीजेपी हाईकमान के फैसले को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि बीजेपी हाईकमान इस समय अजीब स्थितियों में फंस गया है. वे अंधे, बहरे, और पूरी तरह से तानाशाह हो गए हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर उनके बेटे चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो वे इस चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे.
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सुधीर यादव का क्या कहना है?: इधर, उनके बेटे सुधीर यादव का कहना है कि वे जल्द इस बार में फैसला लेंगे. इसके लिए वे अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे. इसके अलावा उन्होंने आप और कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर कहा है कि दोनों पार्टियां उनसे संपर्क में है. इसके अलावा उन्होंने कहा है कि वो बांदा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने इसी विधानसभा के लिए काम किया है.
यादव बाहुल्य इलाका: बता दें, चुनाव आयोग की घोषणा के बाद प्रदेश में एक चरण में चुनाव होने हैं. वहीं, एक्सपर्ट्स का मानना है कि सागर जिले में करीबन दो लाख यादव कम्युनिटी है. ये विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाती है. इधर, किसी यादव नेता को टिकट न देने पर समाज के लोग गुस्सा हैं. इस वजह से बांदा, खुरई, सुर्खी और नरयावली विधानसभा सीट पर बीजेपी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसकी वजह बीजेपी के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव का समाज में अच्छी खासी पकड़ है.