सागर। जाने अनजाने में किए अपराध की सजा भोग रहे कैदी जेल की चार दीवारी में अवसाद और तनाव से घिरने लगते हैं. ऐसे में जेल के भीतर ही कैदियों को धर्म और आध्यात्म्य के जरिए मन की शांति और अच्छे रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया जाता है. इसी कड़ी में 4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के महीने में सागर केंद्रीय जेल में महामृत्युजंय मंत्र के जाप का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 101 पुरुष कैदी और 51 महिला कैदी रोजाना महामृत्युजंय का जाप करेंगे. सागर केंद्रीय जेल के विशाल परिसर में कई मंदिर और शिवलिंग स्थापित है, जिसकी पूजा कर बंदी अपने बाकी जीवन की शांति के लिए कामना करते हैं. वहीं, स्थानीय विधायक शैलेन्द्र जैन ने पत्नी के साथ जेल पहुंचकर महामृत्युजंय जाप करने वाले कैदियों को पूजन के लिए वस्त्र और तुलसी की माला भेंट की है.
कैदियों को भक्ति से जोड़ने का तरीका: विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि, ''वैसे तो श्रावण मास में अनेक धार्मिक आयोजन होते हैं, लेकिन जेल में जो लोग अपने परिवार से दूर सजा काट रहे हैं. उन्हें प्रभु भक्ति से जोड़ने के लिए जेल में मृत्युंजय महामंत्र का जाप आयोजित किया जा रहा है. इसी कड़ी में केंद्रीय जेल पहुंचकर महिला बंदी और पुरुषों को पूजा अर्चना के लिए वस्त्र भेंट किए हैं. 4 जुलाई को सभी साथ मिलकर विधिवत पूजा करके जाप प्रारंभ करेंगे.'' विधायक शैलेंद्र जैन की पत्नी अनुश्री जैन ने कहा, ''संसार के सभी कष्टों का निवारण करने वाले भगवान भोलेनाथ के महा मृत्युंजय मंत्र जाप से सभी के कष्ट कम होंगे.''
रोजाना प्रार्थना में होगा गायत्री मंत्र व महामृत्युजंय जापः फिलहाल जेल में नियमित रूप से प्रार्थना में महामृत्युजंय जाप कराया जाता है. इसके साथ गायत्री मंत्र का भी नियमित पाठ बंदियों को कराया जाता है. इसके अलावा हर मंगलवार को बंदी हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं.
रोजाना 3 घंटे रोजाना महामृत्युजंय जाप करेंगे बंदीः इस मौके पर सागर केंद्रीय जेल के जेल अधीक्षक दिनेश नरवारे ने कहा कि जेल में हमारे पास करीब 8 मंदिर है, जहां भगवान शिव पिंडी रूप में विराजमान है. उन्होंने कहा कि बंदियों की इच्छा थी कि श्रावण मास में ऐसा कोई आयोजन हो, जिससे जनकल्याण हो और बंदियों का भी कल्याण हो. तो हमनें 101 बंदियों की टीम बनाई है, जो पूरे श्रावण मास में रोजाना 3 घंटे रोजाना महामृत्युजंय जाप करेगी और भगवान शिव की विधि विधान से पूजा अर्चना करेगी.
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तैयारियों देखने पत्नी संग विधायक पहुंचे जेल: जेल अधीक्षक ने कहा कि इसमें हमारे स्थानीय विधायक को जब इसकी जानकारी लगी, तो वो पत्नी के साथ जेल में आए और 101 बंदियों के साथ 51 महिला बंदियों का भी समूह बनाया गया, जो पूरे श्रावण मास में महामृत्युजंय जाप के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना करेगी. निश्चित रूप से हम देखते हैं कि जब मन विचलित होता है, तभी आदमी गलत काम करता है. इस तरह के आयोजन से मन शांत होता है और जेल की चारदीवारी के तनाव और अवसाद से निकलने में मददगार होता है.