सोमनाथ टेंपल की तर्ज पर होगा सागर के ऐतिहासिक भूतेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण, बुंदेलखंड के लोगों की आस्था का है केंद्र - सागर भूतेश्वर मंदिर का इतिहास
भगवान शिव में आस्था रखने वाले सागर शहर और बुंदेलखंड के लोगों की आस्था के केंद्र भूतेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर किया जाएगा. लाल पत्थर से बनने वाले मंदिर में भक्तों की सुविधा और त्योहारों पर उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान रखते हुए कई व्यवस्थाएं की जाएंगी.
![सोमनाथ टेंपल की तर्ज पर होगा सागर के ऐतिहासिक भूतेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण, बुंदेलखंड के लोगों की आस्था का है केंद्र sagar Bhuteshwar Temple expansion](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15245702-95-15245702-1652191772733.jpg?imwidth=3840)
सागर। शहर के प्राचीन और ऐतिहासिक भूतेश्वर मंदिर का स्वरूप आने वाले चार वर्षों में बदलने वाला है. मंदिर का पुनर्निर्माण और विस्तारीकरण नए सिरे से किया जा रहा है. भगवान शिव में आस्था रखने वाले सागर शहर और बुंदेलखंड के लोगों की आस्था के केंद्र भूतेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर किया जाएगा. लाल पत्थर से बनने वाले मंदिर में भक्तों की सुविधा और त्योहारों पर उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान रखते हुए कई व्यवस्थाएं की जाएंगी. मंदिर ट्रस्ट और स्थानीय लोगों के अलावा गुलाब मंदिर के मुख्य ट्रस्टी द्वारा भूतेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण और विस्तारीकरण का संकल्प लिया गया है. मंदिर के पुनर्निर्माण में स्थानीय लोग भी बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं. (sagar Bhuteshwar Temple expansion)
आस्था का केंद्र प्राचीनतम भूतेश्वर मंदिरः सागर शहर में स्थित भूतेश्वर मंदिर शहर और बुंदेलखंड के लोगों की आस्था का केंद्र है. शहर के लोग मानते हैं कि ये मंदिर करीब 1300 साल पुराना है. मंदिर के 500 साल पुराने होने का इतिहास यहां स्थित बाबा मस्तराम की समाधि से मिलता है. मंदिर के बारे में किवंदती है कि जिस स्थान पर यह मंदिर है, वहां पहले विशाल बाजार लगा करता था. इसमें एक व्यापारी को सपने में भगवान शिव ने दर्शन दिए थे और एक जगह खुदाई करने के लिए कहा था. व्यापारी ने जब खुदाई की, तो खुदाई में शिवलिंग निकला और वहीं पर शिवलिंग को स्थापित करके मंदिर बनाया गया. (history of sagar Bhuteshwar Temple)
![sagar Bhuteshwar Temple expansion](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-sgr-03-mandir-somnath-temple-cut-bite-monthly-spl-7208095_10052022130557_1005f_1652168157_871.jpg)
स्थानीय लोगों का मानना है कि भूतेश्वर मंदिर में सच्चे मन से जो मनोकामना मांगी जाए. वह जरूर पूरी होती है. मंदिर के ट्रस्टी वीरेंद्र पाठक बताते हैं कि यहां पर बाबा मस्त राम आए थे, जिनको परमहंस कहा गया. मंदिर परिसर में उनकी 500 साल पुरानी समाधि स्थित है. उसके बाद इसी स्थान पर पथई दादा आए थे. इसके बाद ब्रजवासी बाबा भी इसी मंदिर में रहे हैं. इसी समय मंदिर का धीरे-धीरे निर्माण शुरू हुआ था.
![Sagar historic Bhuteshwar temple](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-sgr-03-mandir-somnath-temple-cut-bite-monthly-spl-7208095_10052022130557_1005f_1652168157_1109.jpg)
क्यों पड़ी पुनर्निर्माण और विस्तार की जरूरतः वीरेंद्र पाठक बताते हैं कि मंदिर की दीवारें बहुत प्राचीन और मोटी हैं. भगवान शिव से संबंधित जो त्योहार होते हैं, उन त्योहारों पर मंदिर में भारी भीड़ उमड़ती है. भीड़ के कारण अव्यवस्था और असुविधा की स्थिति बन जाती है, जो भक्त अभिषेक करना चाहते हैं, उन्हें पर्याप्त जगह भी नहीं मिलती है. बहुत से लोगों का विचार था कि मंदिर का विस्तारीकरण किया जाए. विचार-विमर्श के बाद विस्तारीकरण की योजना बनाई. मंदिर ट्रस्ट, श्रद्धालुओं और गुलाब बाबा मंदिर ट्रस्ट के विशेष सहयोग से मंदिर का पुनर्निर्माण और विस्तारीकरण किया जा रहा है. (reconstruction of sagar Bhuteshwar Temple)
![sagar Bhuteshwar Temple expansion](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-sgr-03-mandir-somnath-temple-cut-bite-monthly-spl-7208095_10052022130557_1005f_1652168157_147.jpg)
कैसा होगा मंदिर का स्वरूपः मंदिर की लंबाई 101 फीट और चौड़ाई 50 फीट होगी. लगभग 5050 वर्ग फीट में मंदिर बनेगा. मंदिर के अलावा मंडप और एक छोटे मंदिर का निर्माण किया जाएगा. कोशिश ये होगी कि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त स्थान हो जाए. इसके अलावा सभागार, यज्ञ स्थल, नवग्रह वाटिका और एक बगीचा भी बनाया जा रहा है. एक अनुमान के मुताबिक करीब 4 साल में 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का इस मंदिर का निर्माण होगा.
लाल पत्थर से होगा मंदिर निर्माणः मंदिर की दीवारें फिलहाल काफी मोटी हैं. हालांकि जगह-जगह कमजोर हो गई हैं. मंदिर का पुनर्निर्माण प्राचीन पद्धति से किया जा रहा है. सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर नए मंदिर का निर्माण किया जाएगा. भूतेश्वर मंदिर का निर्माण लाल पत्थर से होगा और लाल पत्थर की जड़ाई तांबे और पीतल से की जाएगी.