सागर। 26 नवंबर को डॉ. हरिसिंह गौर जयंती और सागर गौरव दिवस दीपावली पर्व की तर्ज पर मनाया जाएगा. सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक दानवीर डॉक्टर हरिसिंह गौर की जयंती 26 नवंबर पर सागर गौरव दिवस मनाने की घोषणा मध्यप्रदेश सरकार ने की है(Sagar gaurav diwas). नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए नगरीय विकास विभाग की तरफ से सवा करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि सागरवासियों की सहभागिता से आगामी 26 नवंबर को डॉ. गौर जयंती और सागर गौरव दिवस मनाया जाएगा.
सीएम शिवराज गौरव दिवस कार्यक्रम में होंगे मौजूद: शहर के घरों में रंगोली और दीप जलाए जाएंगे, घर और दुकानों में साज-सज्जा के साथ प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी. 26 नवंबर को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सहमति दी है, वे सागर पहुंचकर शाम 5 बजे डॉ. गौर की समाधि पर पुष्पचक्र अर्पित करेंगे. मुख्य कार्यक्रम तीनबत्ती तिराहे पर होगा. सागर गौरव दिवस की तैयारियों को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा की गई समीक्षा बैठक में उन्होंने बताया कि, गौर जंयती और सागर गौरव दिवस दिवाली पर्व जैसा मनेगा और सारे शहर में आकर्षक साज-सज्जा होगी. हर साल डॉ. हरिसिंह गौर जंयती पर सागर गौरव दिवस मनाया जाएगा.
Sagar Gaurav Divas के रूप में 26 नवंबर को मनाई जायेगी डॉ. हरीसिंह गौर की जयंती
गौरव दिवस गैर राजनैतिक आयोजन सभी होंगे शामिल: डॉ. गौर जयंती और सागर गौरव दिवस मनाने तीन दिवसीय आयोजन की तैयारियों और सुझाव लेने के लिए कलेक्टर कार्यालय परिसर में आयोजित बैठक में मंत्री सिंह ने कहा कि डॉ. गौर की जयंती और सागर गौरव दिवस गैर राजनैतिक आयोजन है, इसलिए इसमें सभी को आंमत्रित किया गया है. पूर्व में गौर जयंती का आयोजन गरिमामय तरीके से होता था, जो बाद में औपचारिकता बन कर रह गया, लेकिन इस साल इसे भव्य रूप देकर इसे मनाया जाएगा जिसे कोई भूल नहीं पाएगा. 26 नवंबर को तीनबत्ती से कटरा चौकी के बीच कार्यक्रम होगा(26 november Gaur Jayanti celebration in Sagar), जिसमें कलाकारों की प्रस्तुति होगी. युवा पीढ़ी विशेषकर छात्र-छात्राओं को डॉ. गौर से प्रेरणा मिले. इसके लिए उनके व्यक्त्तिव पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म के प्रदर्शन के साथ रंगोली, निबंध आदि प्रतियोगिताएं भी होगी.