सागर। सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर की जयंती को सागर गौरव दिवस के रूप में मना रही मध्य प्रदेश सरकार कई मामलों में उलझती जा रही है. वैसे भी सागर गौरव दिवस के नाम पर लोगों से चंदा उगाए जाने को लेकर आयोजन पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे थे. ताजा मामले में सागर गौरव दिवस के विज्ञापन और होर्डिंग में भाजपा विधायकों को ही महत्त्व ना दिए जाने का सामने आया है. इस बात को लेकर जमकर सियासत हो रही है और भाजपा के विधायक ही नाराज हो गए.
भाजपा की गुटबाजी आई सामने: डॉ. सर हरिसिंह गौर की जयंती सागर ही नहीं बल्कि पूरा बुंदेलखंड हर्ष और उल्लास के साथ मनाता है. लेकिन सियासी फायदा लेने के लिए सत्ताधारी दल ने डॉ. हरिसिंह गौर जयंती को सागर गौरव दिवस घोषित कर तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया है. स्थानीय लोगों से चंदा करके किए जा रहे आयोजन को लेकर पहले से ही सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं प्रचार प्रसार के लिए लगाए जा रहे सरकारी और गैर सरकारी पंपलेट, होर्डिंग और फ्लेक्स में सागर भाजपा की गुटबाजी सामने आ गई है.
प्रचार-प्रसार में बीजेपी विधायकों की फोटो गायब: सागर नगर निगम की तरफ से लगाये जा रहे होर्डिंग्स और फ्लेक्स में महापौर पति को तो स्थान दिया गया, लेकिन जिले के तीन भाजपा विधायकों को बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दी गई है. खास बात ये है कि ये सभी डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं और राजनीति की शुरुआत भी विश्वविद्यालय से की है. यहां तक सागर विधायक शैलेंद्र जैन को भी होर्डिंग फ्लेक्स में स्थान नहीं दिया गया है. पार्टी के नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और बीना विधायक महेश राय भी होर्डिंग्स से नदारद नजर आ रहे हैं.
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श्रेय की होड़ में अपने ही विधायकों को भूली बीजेपी: मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि ''डॉ हरिसिंह गौर सागर ही नहीं संपूर्ण भारत के आधार हैं, उनके विश्वविद्यालय से अनेक लोग निकले हैं. यह श्रेय लेने की होड़ है और इस होड़ में नगर निगम खुद अपने दल के विधायकों को भूल रहा है. यह उनका अंदरूनी मामला हो सकता है लेकिन इस तरह से गौर साहब को बांटना गलत है''. सागर विधायक की ही उपेक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि या तो उन्होंने खुद रूची नहीं ली है या हो सकता है कि वह अपने अधिकारों की रक्षा करना नहीं जानते हैं.
विधायक ने ठहराया जिला प्रशासन को जिम्मेदार: नरयावली विधायक प्रदीप लारिया का कहना है कि ''यह जिला प्रशासन को सोचना चाहिए, डॉ हरिसिंह गौर महान दानवीर रहे हैं और उन्होंने अति पिछड़े बुंदेलखंड के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. उनकी जयंती पर गौरव दिवस मनाया जा रहा है और यह प्रशासन की कैसी चूक है, मुझे समझ नहीं आ रहा है. हालांकि फोटो लगाने से कुछ नहीं होता है, लेकिन दूसरे लोगों की लगाई गई है, तो सभी विधायकों की भी फोटो लगाना थी. यह सरकारी कार्यक्रम है, सब विधायक जनप्रतिनिधि हैं''. बंडा में हायर सेकेंडरी स्कूल का उद्घाटन हो रहा है. वहां कांग्रेस विधायक तरवर सिंह की फोटो लगाई गई है, यह जिला प्रशासन की गलती है. प्रशासन को सबको साथ लेकर चलना चाहिए, अपने ही विधानसभा में फोटो ना होने के सवाल पर उन्होंने जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.