सागर। केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 153वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में 20 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ 2022 का आयोजन किया जा रहा है. डॉ. गौर हम सभी के हैं, सामूहिक संकल्प और सहयोग से उनके सपनों को साकार करेंगे. सागर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने गुरुवार को गौर उत्सव आयोजन को लेकर चर्चा करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में डॉ. हरिसिंह गौर की पीठ स्थापित करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न दिलाने के लिए संस्थान स्तर के साथ-साथ राजनीतिक और सामूहिक सामाजिक प्रयास करने होंगे. (Gaur peeth will be established in university)
Sagar Gaurav Divas के रूप में 26 नवंबर को मनाई जायेगी डॉ. हरीसिंह गौर की जयंती
विश्वविद्यालय करेगा गौर उत्सव का आयोजनः सागर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय सात दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. सागर शहर और विश्वविद्यालय परिवार अपने पितृ पुरुष की जयंती को मिलजुलकर उत्साहपूर्वक एक उत्सव के रूप में मनाएगा. उन्होंने कहा कि डॉ. गौर के संकल्प और सपनों को साकार करना हमारा दायित्व है.gaur festival को यादगार बनाने के उद्देश्य से पूरे सप्ताह कई अकादमिक-सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. इस बार मध्य प्रदेश शासन द्वारा गौर जयंती को ‘सागर गौरव उत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है. जिसमें मध्य प्रदेश के Chief Minister Shivraj Singh Chouhan का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है. उन्होंने ‘Gaur Peeth’ की स्थापना के संबंध में बातचीत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पूरी तैयारी कर रहा है कि जल्द ही ‘गौर पीठ’ की स्थापना हो. इसमें डॉ. गौर के बहुआयामी व्यक्तित्व और कृतित्व के पर शोध एवं अनुसंधान हो, इसकी तैयारी चल रही है. (University will organize gaur festival)
डॉ. गौर को भारत रत्न दिलाने के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयासः डॉ. गौर को Bharat ratna दिलाने संबंधी प्रयासों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोग इसके लिए पूर्ण प्रयासरत हैं. सांस्थानिक, राजनीतिक और सामाजिक प्रयासों की एकजुटता से हम डॉ. गौर को देश का सर्वोच्च सम्मान दिलाने में जरूर सफल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि आजकल
social media का प्रचलन बढ़ गया है. हम सबका पूरा प्रयास है कि डॉ. गौर को चाहने वाले, जो देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों में फैले हैं. उन्हें भी वर्चुअल माध्यम से जुड़ने का मौका मिल सके. उन्होंने कहा कि यह केवल विश्वविद्यालय का ही आयोजन नहीं, बल्कि पूरे सागर शहर का आयोजन है. उन्होंने कहा कि गौर उत्सव के विविध आयोजनों में शहर और विश्वविद्यालय से जुड़े प्रत्येक नागरिक का स्वागत और अभिनन्दन है. गौर उत्सव आयोजन के मुख्य समन्वयक प्रो. सुबोध जैन ने सात दिवसीय आयोजन की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की. (Collective efforts for bharat ratna)