सागर। जिले के बंडा थाना के खजराभेड़ा गांव से लापता हुए उत्तर प्रदेश के ललितपुर के एक अधेड़ व्यक्ति का शव जंगल में पाए जाने के बाद पुलिस ने हत्या के मामले की गुत्थी सुलझा ली है. हत्या की इस वारदात को अवैध संबंधों को लेकर अंजाम दिया गया था. इस मामले में मृतक को एक महिला से अवैध संबंध होने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी, क्योंकि महिला के बेटे ने दोनों को संदेहास्पद स्थिति में देख लिया था. इसके बाद महिला और उसके बेटे ने मिलकर अधेड़ की हत्या कर दी और उसके शव को जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया और उसके कपड़े, जूते वगैरह नष्ट कर दिए, ताकि उसकी पहचान ना हो सके.
ये है मामला : बंडा थाने से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के मड़ावरा थाने के ग्राम गिदवाहा की फरियादी हरीबाई (पति पूरनलाल अहिरवार) ने बंडा थाना में अपने छोटे भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. फरियादी महिला का कहना था कि मेरा छोटा भाई बारेलाल अहिरवार (50) करीब 5 साल से बंडा के वार्ड 15 में अंबेडकर भवन के पास भगवानदास लारिया के खेत पर काम करता था और 25 फरवरी की सुबह 9:30 बजे अचानक लापता हो गया. पुलिस ने गुमशुदगी का मामला कायम कर जांच शुरू की, तो उसके लापता होने के पहले अपने कुछ रिश्तदारों के साथ देखे जाने की सूचना मिली. सूचना के आधार पर पुलिस ने रिश्तेदारों को पकड़ा और पूछताछ की. पहले तो मृतक के रिश्तेदार पुलिस को इधर-उधर घुमाते रहे, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि खेजरा भेड़ा गांव के सुनसान इलाके में बारेलाल को ले जाकर पहले उसका गला घोंटा और फिर गड्ढा खोदकर दफना दिया गया. (Sagar Crime News)
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ऐसे दिया वारदात को अंजाम: बंडा थाना प्रभारी नवल आर्य ने बताया कि "27 फरवरी को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के मड़ावरा थाना के ग्राम गिदवाहा की रहने वाली हरीबाई ने बंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उन का छोटा भाई बारेलाल खेत पर रखवाली का काम करता था, जो 25 फरवरी से गायब है. हरीबाई की रिपोर्ट पर गुम इंसान प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई." जांच में सामने आया कि ग्राम खेजराभेड़ा की रहने वाली सुनीता बाई के यहां बारे लाल अहिरवार का आना जाना था. इस मामले में पुलिस ने सुनीता बाई और उसके परिजनों से पूछताछ की, तो पूछताछ में दोनों में कोई विशेष सहयोग नहीं किया. इस बात को लेकर पुलिस को शक हुआ कि कुछ ना कुछ जानकारी छुपाई जा रही है. पुलिस ने जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की, तो खुलासा हुआ कि सुनीता बाई के बड़े बेटे नीरज अहिरवार ने सुनीता बाई और मृतक बारेलाल अहिरवार को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. इसी बात को लेकर 25 फरवरी को बारेलाल की हत्या कर शव को जंगल में दफना दिया था और कपड़े और जूते नष्ट कर दिए थे. इस मामले में सुनीता और उसके बेटे नीरज के खिलाफ धारा 302, 201 और 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है. दोनों मां बेटे को न्यायालय ने जेल भेज दिया.