सागर। शहर के मोतीनगर थाना क्षेत्र के संत रविदास वार्ड की एक 55 साल की महिला जल समाधि की जिद पर अड़ गयी. बाकायदा महिला द्वारा जल समाधि के समय का ऐलान किया गया और उसके घर के आसपास लोगों की भीड़ भी जुट गई. कई लोग महिला के जल समाधि के समर्थन में थे और जो लोग अंधविश्वास मान रहे थे उन्होंने पुलिस को खबर कर दी. आखिरकार महिला द्वारा जल समाधि के समय का जो ऐलान किया गया था, उस समय तक महिला को महिला पुलिस ने अपने संरक्षण में रखा. बाद में सागर एसडीएम के आदेश पर महिला को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया है और उसकी काउंसलिंग के बाद उसे उसके घर भेजा जाएगा.
क्या है मामला: दरअसल सागर के संत रविदास वार्ड की 55 साल की महिला रामरति ने सोमवार को जल समाधि का ऐलान किया था. महिला का कहना था कि उसके गुरु मथुरा में हैं और उन्होंने आदेश दिया है कि अगहन मास की पंचमी को दोपहर 3:02 उसे जल समाधि लेना है, फिर गुरुजी सोने के रथ पर आएंगे और उसे अपने साथ ले जाएंगे. महिला के ऐलान के बाद उसके घर के आसपास लोगों की भीड़ जुटने लगी. कई लोग महिला के पक्ष में थे, लेकिन कई लोग महिला के इस कदम का विरोध कर रहे थे. विरोध करने वाले लोगों ने मोती नगर थाना पुलिस को इसकी सूचना दे दी. महिला को मोती नगर थाना लाया गया और उसको महिला पुलिस के संरक्षण में रखा गया. दोपहर बाद करीब 3:00 बजे महिला ने गुरु जी के आने की बात कह कर फिर हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते वह कोई कदम नहीं उठा पाई. आखिरकार महिला को सागर एसडीएम सपना त्रिपाठी के समक्ष पेश किया गया. एसडीएम सागर ने महिला को वन स्टॉप सेंटर भेजने का आदेश दिया.
शिवपुरी में मौत का खेल! 24 घंटे के लिए समाधि लेने जा रहा था करतबकार, तभी आ गई पुलिस...
क्या कहना है पुलिस का: विशेष किशोर इकाई की प्रभारी ज्योति तिवारी का कहना है कि ''उन्हें मोती नगर थाना प्रभारी मुन्नालाल धुर्वे ने सूचित किया था कि उनके थाना क्षेत्र की 55 वर्षीय महिला जल समाधि लेने जा रही है और काफी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए हैं. मैं जब मोती नगर थाना पहुंची, तो वहां करीब 500 लोग महिला के साथ इकट्ठे होकर आए थे. कुछ लोग जल समाधि का समर्थन कर रहे थे और कुछ लोग विरोध कर रहे थे. महिला ने 3:02 पर जल समाधि का ऐलान किया था, हम लोगों ने महिला को अपने साथ रखा, लेकिन 3:20 बजे महिला फिर हंगामा करने लगी. महिला को एसडीएम के समक्ष पेश किया गया और उन्होंने महिला को वन स्टॉप सेंटर भेज दिया है. 24 घंटे वन स्टॉप सेंटर में रहने के बाद उसकी काउंसलिंग कर उसे घर भेजा जाएगा''.