सीधी सड़क हादसा: 'जिम्मेदार कोई भी हो, कार्रवाई जरूर होगी' - PWD मंत्री गोपाल भार्गव
सीधी सड़क हादसे पर PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने संवेदानाएं व्यक्त करते हुए कहा है कि जिम्मेदार जो भी हो और जिस विभाग का हो, उस पर कार्रवाई जरूर होगी.
सागर। मंगलवार को सीधी में हुए सड़क हादसे के बाद जिम्मेदारों पर सवाल खड़े होने लगे हैं. सबसे पहले सवाल परिवहन विभाग पर खड़े हो रहे हैं. परिवहन विभाग को प्रदेश की खराब सड़कों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. इस सड़क हादसे को लेकर तमाम नेताओं, दिग्गजों और मंत्रियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस कड़ी में PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने भी बयान दिया है. उनका कहना है कि जिम्मेदार जो भी हो और जिस विभाग का हो, उस पर कार्रवाई जरूर होगी. ओवरलोडिंग की जो बात आ रही है,तो घटना की जांच के बाद जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई भी की जाएगी.
'ऐसी घटना ना हो उसके लिए करना होगा मंथन'
सीधी सड़क हादसे को लेकर PWD मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि इस घटना को लेकर हम अपना शोक तो व्यक्त करते ही हैं. साथ ही हमें ऐसी सावधानियां बरतना चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो. इसके लिए हम लोग बैठकर चर्चा करेंगे और विचार विमर्श करेंगे.
सीधी में 51 मौत! मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के पोंछे आंसू, बंधाया ढांढ़स
घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उस पर जरूर कार्रवाई होगी
PWD मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि स्वाभाविक है, जब भी इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, तो जो भी संबंधित अधिकारी होते हैं, चाहे वह ट्रांसपोर्ट के हो या पुलिस विभाग के हो या फिर किसी और विभाग के हों. गड़बड़ी पाए जाने पर उन पर कार्रवाई जरूर की जाती है. अब भी बात सामने आ रही है कि बस ओवरलोड थी, इसकी जांच होगी और उसके बाद जो जानकारी निकलकर आएगी वैसी कार्रवाई होगी.
जानें हादसे के बारे मेंः
- मंगलवार को सीधी में रामपुर नेकिन के पाटन पुलिया के पास यात्री से भरी बस नहर में गिर गई थी. बस सीधी से सतना जा रही थी. इस हादसे में 50 लोगों की मौत हो चुकी है. बाकी यात्रियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
- बस में 58 यात्री सवार थे. बस सुबह अपने तय रुट पर थी. आगे रास्ते में जाम लगने की वजह से ड्राइवर ने नहर वाला अलग रूट अपनाया था.
- जब बस रामपुर के नेकिन इलाके से सुबह करीब 7.30 बजे गुजर रही थी. तब ही ड्राइवर का नियंत्रण वाहन से खत्म हो गया. इसके बाद अनियंत्रित बस बाणसागर नहर में गिर गई.
'लापरवाही की सड़क' पर 'सीधी मौत'
- आनन-फानन में रेस्क्यू शुरू किया गया, फिर भी 50 यात्रियों को नहीं बचाया जा सका, उनके शव नहर से निकाल लिए गए हैं. जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस समय नहर में पानी ज्यादा था. पानी का बहाव भी तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला.
मंत्रियों-दिग्गजों ने जताया दुख
- बस हादसे पर मंत्री गोपाल भार्गव ने दुख जताया है. बस संचालक की लापरवाही के सवाल पर मंत्री भार्गव ने कहा कि निश्चित ही इस हादसे की वजह की जांच की जाएगी. अगर मामले में बस ड्राइवर या संचालक दोषी पाया जाता है तो उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
- साधी के इस भीषण सड़क हादसे पर राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुख तजाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिरने से हुए हादसे में कई नागरिकों के दुखद निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है वे सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें एवं शोकाकुल परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें.
51 मौत: गम-गुस्सा और सन्नाटे के बीच जलती चिताएं
- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए संभव मदद की मांग की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा की 'प्रदेश में सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने की दुखद ख़बर सामने आयी है. कई यात्रियों के हताहत होने की जानकारी सामने आयी है. मैं सरकर से मांग करता हूं कि तत्काल राहत कार्य प्रारंभ कर बस में फंसे यात्रियों को बचाने के लिये प्रयास हों. पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जावे.
सीधी बस हादसे में 47 की मौत, मंत्रियों-दिग्गजों ने जताया दुख
- जलसंसाधन मंत्री तुलसी राम सिलावट और राम खेलावन पटेल स्टेट प्लेन से सीधी दुर्घटना स्थल पहुंचे हैं. दुर्घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रभावित परिवारों की मदद के लिए दोनो मंत्री दोपहर 1 बजे रीवा पहुंचे, जहां से वो घटना स्थल के लिए रवाना हुए.
- कांग्रेस नेता जूतू पटवारी ने घटना पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिर जाने से कई लोगों की दर्दनाक मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति एवं घायल लोगों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.
- मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ट्वीट कर लिखा की 'यात्रियों से भरी बस के बाणसागर नहर में गिरने का हृदय विदारक समाचार मिला, ईश्वर से मृतकों की पुण्य आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने एवं लापता लोगों के सकुशल होने की कामना करता हूं.
MP में अब तक बड़े सड़क हादसे
- 3 अक्टूबर 2019: रायसेन में बस नदी में गिरी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई, 20 यात्री जख्मी हो गए. 45 सवारियों को लेकर बस छतरपुर से भोपाल जा रही थी. रास्ते में गड्ढा आने के कारण बस का संतुलन बिगड़ गया था.
- फरवरी 2019: तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज कुंभ से बस नागपुर जा रही थी. जबलपुर में आधारताल के पास बस पुल से तालाब में गिर गई. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, 40 यात्री घायल हो गए.
- अप्रैल 2018: भोपाल से लगभग 680 किलोमीटर दूर सीधी जिले में, जोगदाहा पुल से बस सोन नदी में गिर गई. बस को मिनी ट्रक ने टक्कर मार दी थी. बस में सवार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे. हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई, 20 से ज्यादा घायल हो गए.
- सितंबर 2018: दमोह के पास पुलिया से बस नदी में गिर गई. हादसे में एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
- 13 सितंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में गिरी बस. 30 लोग घायल हुए.
- 11 दिसंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में बस गिर गई थी. हादसे में 20 यात्री घायल हुए.
- 14 अक्टूबर 2016: रतलाम में नामली शहर के पास एक प्राइवेट बस पानी के गड्ढे में गिर गई. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई.
- अक्टूबर 2016: विदिशा में संजय सागर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में प्राइवेट बस गिरी. हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई. बस भोपाल से शमसाबाद जा रही थी. बस में 50 यात्री सवार थे.
- दिसंबर 2015: होशंगाबाद जिले में एक बस पुल से नीचे गिर गई. हादसे में 15 यात्रियों की मौत हो गई और 25 घायल हो गए.