सागर। 2018 में तत्कालीन शिवराज सरकार ने विधानसभा चुनाव के पहले भारी संख्या में स्कूल शिक्षा विभाग में उच्चतर माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की थी. इस पात्रता परीक्षा के परिणाम भी आ चुके हैं, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी चयनित उम्मीदवारों के लिए अभी तक नियुक्ति नहीं मिल पाई है. ऐसी स्थिति में चयनित उम्मीदवार अब आंदोलन की राह पकड़ चुके हैं. उनकी मांग है कि जिस तरह से तमाम सरकारी कामकाज का समय तय है, उसी तरह से पात्रता परीक्षा के बाद नियुक्ति का समय अभी तय किया जाना चाहिए.
दो साल का समय बीता लेकिन नहीं हुई भर्ती
2018 विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज सरकार ने युवा बेरोजगारों को लुभाने के लिए भारी संख्या में शिक्षक पदों पर भर्ती का ऐलान किया था और उच्चतर माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक के लिए पात्रता परीक्षा भी आयोजित की गई थी. इस पात्रता परीक्षा के परिणाम भी आ गए थे और तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने भर्ती की प्रक्रिया शुरू भी कर दी थी. लेकिन इसके पहले कमलनाथ सरकार गिर गई. प्रदेश में राजनीतिक उठापटक के चलते भर्ती प्रक्रिया टलती रही.
राजधानी में उग्र आंदोलन की चेतावनी
चयनित होने के बाद अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों ने अभी जिला वार धरना प्रदर्शन शुरू किया है. इनका कहना है कि अगर सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं देती और चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं देती, तो राजधानी भोपाल में उग्र आंदोलन किया जाएगा.