सागर। भले ही दुनिया 21वीं सदी में पहुंच गई हों, लेकिन कई कुरीतियां अभी भी अपनी जड़ें जमाए हुए हैं. ऐसी ही एक कुरीति बाल विवाह है. जिले में भी बाल विवाह का आयोजन किया जा रहा था, जिसे पुलिस की विशेष इकाई ने रुकवाया.
पुलिस को सूचना मिली कि मकरोनिया क्षेत्र निवासी एक परिवार अपनी नाबालिग बेटी की शादी करवा रहे थे. सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस की विशेष इकाई प्रभारी ज्योति तिवारी ने टीम के साथ जांच पड़ताल की, जिसमें पता चला कि शादी रानगिर मंदिर में हो रही है, लेकिन रानगिर मंदिर पहुंचने के पहले ही परिजनों को पुलिस के आने की सूचना मिल चुकी थी, जिसके बाद पुलिस से बचने के लिए परिजन वहां से भाग निकले.
दिन भर की मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि शादी अब परिजन अपने घर में ही करवाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके बाद पुलिस उनके घर पर पहुंची. यहां पर 15 साल की नाबालिग की शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थी. जब पुलिस ने नाबालिग जोड़े की शादी रुकवाने की कोशिश की, तो परिजनों ने जमकर हंगामा किया. खुदकुशी करने की धमकी तक दे डाली. हालांकि, करीब 5 घंटे की समझाइश के बाद परिजन शादी रोकने को राजी हो गए.