सागर। शहर के बीचोंबीच बसे तिलक गंज वार्ड में पिछले दिनों आगजनी की ऐसी घटना हुई, जिसमें पुलिस और प्रशासन को पसीना आ गया था. दरअसल, 16 मार्च को इलाके की तेल गोदाम में आग लग गई थी. आग इतनी प्रचंड थी कि इस पर काबू पाने के लिए पूरे जिले की फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी थीं. इसके बावजूद आग पर काबू नहीं पाया गया तो सेना की मदद ली गई. यहां तक बीना रिफाइनरी की फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी. लोग यहां डर के साए में जी रहे हैं. अब यहां से तेल गोदाम, आयल मिल, लकड़ी की टाल और माचिस की गोदाम जैसी गतिविधियों की बंद करने की मांग उठने लगी है.
पूरे जिले से बुलाईं फायर ब्रिगेड फिर भी नहीं बुझी आग : 16 मार्च की दोपहर को तिलक गंज इलाके में रहने वाले लोगों को अचानक चारों तरफ धुआं नजर आने लगा और बदबू के कारण लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया. लोगों ने देखा तो इलाके में बने खाद्य तेल गोदाम में आग लग गई थी. यहां बड़े पैमाने पर खाद्य तेल का भंडार होने के कारण आग बढ़ती जा रही थी. इसकी सूचना पुलिस और नगर निगम के अग्निशमन विभाग को दी. नगर निगम की फायर ब्रिगेड पहुंची. आग अपना दायरा बढ़ा रही थी. इसलिए नगर निगम की फायर ब्रिगेड कम होने के कारण पूरे जिले की फायर ब्रिगेड को सागर पहुंचने के आदेश दिए गए. सागर पहुंचीं जिलेभर की फायर ब्रिगेड आग बुझाने में नाकाम रहीं. तब सेना की और बीना रिफाइनरी की अत्याधुनिक फायर ब्रिगेड की टीम बुलाई गई. करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. गनीमत रही कि भीषण कांड में किसी की मौत नहीं हुई. हालांकि तेल गोदाम पूरी तरह से स्वाहा हो गया.
रिहायशी इलाके में खतरनाक गतिविधियों का विरोध : तिलक गंज इलाका पहाड़ी इलाके पर बसा है. यहां काफी घनी बसाहट है. घनी बसाहट के बीच तेल गोदाम,आयल मिल, माचिस गोदाम और लकड़ी के टाल जैसी गतिविधियां संचालित हो रही हैं. पहले भी इलाके में आगजनी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं और इसी तरह आग पर काबू पाने में पसीना आ गया था. यहां आधा दर्जन लकड़ी के टाल, खाद्य तेल की 5 गोदाम और चार आयल मिल संचालित हैं. इसके अलावा तीन माचिस गोदाम भी इस इलाके में हैं. यहां के रहवासी अब इन गतिविधियों को बंद कराने के लिए लामबंद होने लगे हैं.
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आगजनी से सुरक्षा के उपाय नहीं : खास बात ये है कि घनी बसाहट के बीच चल रही इन गतिविधियों पर अंकुश लगाना तो दूर,आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए इंतजाम नहीं किए गए हैं. आगजनी की स्थिति में शुरुआती दौर में ही काबू पाने के लिए ना तो इधर कोई फायर स्टेशन है और ना ही इन गतिविधियों को संचालित करने वाले व्यापारियों के पास कोई इंतजाम हैं. जब भी कभी इलाके में आग लगती है तो आगजनी पर काबू पाने के लिए पुलिस प्रशासन को पसीना आ जाता है. यहां रहने वालों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द ही कोई उपाय नहीं किए तो आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचता है. यहां के विधायक शैलेंद्र जैन का कहना है कि जिस तरह की आगजनी की घटना हुई थी और उस पर काबू पाने में जो मुश्किलें आई थीं. ये देखते हुए हमने जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक की है. तिलक गंज की इस समस्या को देखते हुए जल्द ही प्रशासन उचित निर्णय लेगा. (Sagar city always afraid) (People demand to shift oil mill)