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हादसे के इंतजार में नगर निगम! शहर में 42 जर्जर मकान, निगम ने नोटिस देकर झाड़ा पल्ला

सागर नगर निगम (Nagar Nigam Sagar) इलाके में 74 मकान ऐसे हैं, जिन्हें जर्जर घोषित कर दिया गया है. लेकिन निगम हर बरसात के पहले इन्हें नोटिस देने के अलावा कोई और काम नहीं करता. वहीं सागर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी का कहना है कि उन्हें आदेश नहीं मिला है, जैसे ही आदेश मिलेगा कार्रवाई की जाएगी.

Nagar Nigam
सागर नगर निगम
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Published : Sep 3, 2021, 11:01 AM IST

सागर। शहर में जर्जर मकान (Dilapidated building) कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं. पिछले 2 हफ्ते पहले ही सागर (Sagar) के घनी आबादी वाले बड़ा बाजार इलाके में एक 100 साल पुराने जर्जर मकान के अपने आप ढह जाने का मामला भी सामने आया था. हालांकि, मकान के ढहने से कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. सागर नगर निगम (Nagar Nigam Sagar) इलाके में 74 मकान ऐसे हैं,जिन्हें जर्जर घोषित कर दिया गया है. लेकिन निगम हर बरसात के पहले इन्हें नोटिस देकर रस्म अदायगी का काम करता है.


जर्जर इमारतें दे रही हादसों को आमंत्रण
शहर में फिलहाल 42 जर्जर इमारतें (Dilapidated building) दर्ज की गई हैं. इन सभी इमारतों के मालिकों को बरसात (rain) के पहले नोटिस जारी किए गए थे. इसके अलावा नगर निगम ने सिर्फ 2 जर्जर इमारतों को हटाने की कार्रवाई की थी. बाकी इमारतों को छोड़ दिया गया था. इसका असर यह हुआ कि 21 अगस्त को बड़ा बाजार इलाके की एक जर्जर इमारत अपने आप ढह गई, जबकि स्थानीय लोगों ने इमारत के जर्जर होने और कभी भी गिर जाने की जानकारी नगर निगम को दी थी. हालांकि, आसपास के लोग पहले से सतर्क थे, इसलिए कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। लेकिन करीब 70 परिवारों के लिए 3 दिन तक आवागमन की सुविधाओं का सामना करना पड़ा.

42 में से सिर्फ 12 इमारतें भू स्वामियों ने खुद तोड़ी
नगर निगम के भवन शाखा प्रभारी और रमेश चौधरी का कहना है कि 42 जर्जर इमारते पहले चिन्हित की गई थी और अभी सर्वे का कार्य जारी है. उन्होंने बताया कि 42 भू स्वामियों को नोटिस दिए गए थे, जिसमें से 12 भू स्वामियों ने खुद इमारतें ढहाने का आवेदन नगर निगम को दिया था, जिनकी अनुमति दी थी. बाकी बचे भू स्वामियों को दूसरा नोटिस दिया जा रहा है,अगर वह अपना मकान स्वयं नहीं ढहाते हैं,तो फिर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा द्वारा इमारत ढहाने की कार्रवाई की जाएगी.

देखें कहां भरभराकर गिरा तीन मंजिला मकान

क्या कहना है अतिक्रमण शाखा का
सागर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा के प्रभारी संजय सोनी का कहना है कि भवन शाखा द्वारा जर्जर इमारतें चिन्हित करने के बाद हमें ढहाने का आदेश दिया जाता है. अभी तक हमें सिर्फ तीन इमारतें ढहाने का आदेश मिला था, जिसमें से तीनों ने खुद ढहाने की अनुमति मांगी थी. लेकिन एक इमारत अपने आप गिर गई थी और दो इमारतों को हमारे द्वारा गिराया गया था. भवन शाखा द्वारा हमें जिन जर्जर इमारतों को ढहाने के निर्देश दिए जाएंगे, हम कार्रवाई करेंगे.

सागर। शहर में जर्जर मकान (Dilapidated building) कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं. पिछले 2 हफ्ते पहले ही सागर (Sagar) के घनी आबादी वाले बड़ा बाजार इलाके में एक 100 साल पुराने जर्जर मकान के अपने आप ढह जाने का मामला भी सामने आया था. हालांकि, मकान के ढहने से कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. सागर नगर निगम (Nagar Nigam Sagar) इलाके में 74 मकान ऐसे हैं,जिन्हें जर्जर घोषित कर दिया गया है. लेकिन निगम हर बरसात के पहले इन्हें नोटिस देकर रस्म अदायगी का काम करता है.


जर्जर इमारतें दे रही हादसों को आमंत्रण
शहर में फिलहाल 42 जर्जर इमारतें (Dilapidated building) दर्ज की गई हैं. इन सभी इमारतों के मालिकों को बरसात (rain) के पहले नोटिस जारी किए गए थे. इसके अलावा नगर निगम ने सिर्फ 2 जर्जर इमारतों को हटाने की कार्रवाई की थी. बाकी इमारतों को छोड़ दिया गया था. इसका असर यह हुआ कि 21 अगस्त को बड़ा बाजार इलाके की एक जर्जर इमारत अपने आप ढह गई, जबकि स्थानीय लोगों ने इमारत के जर्जर होने और कभी भी गिर जाने की जानकारी नगर निगम को दी थी. हालांकि, आसपास के लोग पहले से सतर्क थे, इसलिए कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। लेकिन करीब 70 परिवारों के लिए 3 दिन तक आवागमन की सुविधाओं का सामना करना पड़ा.

42 में से सिर्फ 12 इमारतें भू स्वामियों ने खुद तोड़ी
नगर निगम के भवन शाखा प्रभारी और रमेश चौधरी का कहना है कि 42 जर्जर इमारते पहले चिन्हित की गई थी और अभी सर्वे का कार्य जारी है. उन्होंने बताया कि 42 भू स्वामियों को नोटिस दिए गए थे, जिसमें से 12 भू स्वामियों ने खुद इमारतें ढहाने का आवेदन नगर निगम को दिया था, जिनकी अनुमति दी थी. बाकी बचे भू स्वामियों को दूसरा नोटिस दिया जा रहा है,अगर वह अपना मकान स्वयं नहीं ढहाते हैं,तो फिर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा द्वारा इमारत ढहाने की कार्रवाई की जाएगी.

देखें कहां भरभराकर गिरा तीन मंजिला मकान

क्या कहना है अतिक्रमण शाखा का
सागर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा के प्रभारी संजय सोनी का कहना है कि भवन शाखा द्वारा जर्जर इमारतें चिन्हित करने के बाद हमें ढहाने का आदेश दिया जाता है. अभी तक हमें सिर्फ तीन इमारतें ढहाने का आदेश मिला था, जिसमें से तीनों ने खुद ढहाने की अनुमति मांगी थी. लेकिन एक इमारत अपने आप गिर गई थी और दो इमारतों को हमारे द्वारा गिराया गया था. भवन शाखा द्वारा हमें जिन जर्जर इमारतों को ढहाने के निर्देश दिए जाएंगे, हम कार्रवाई करेंगे.

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