भोपाल/सागर। खरगोन हिंसा के बाद मध्यप्रदेश ही नहीं देश भर में तनाव का माहौल है. प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए शासन ने कमर कस ली है. आगामी त्योहारों के चलते खरगोन के समीपवर्ती जिलों में जिला प्रशासन ड्रोन कैमरे से निगरानी रखे हुए है. इसके साथ ही प्रदेश के महानगरों में भी पुलिस चौकस हो गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है और हर गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. ड्रोन कैमरे से पुलिस देख रही है कि छतों पर लोगों ने स्टोन पेल्टिंग के लिए पत्थर तो इकट्ठा तो नहीं किये हैं. लिहाजा इन परिस्थितियों को देखते हुए आगामी 4 दिन पुलिस और प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था चुनौतीपूर्ण रहेगी. (mp police on alert mode)
कैसे चुनौतीपूर्ण है अगले चार दिनः वैसे तो हर साल यह त्योहार आसपास के दिनों में ही पड़ते हैं, लेकिन इस बार नवरात्रि और खासकर रामनवमी के त्योहार पर कई इलाकों में बने सांप्रदायिक तनाव के हालातों के चलते आगामी 4 दिन बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो गए हैं. 14 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक लगातार विभिन्न धर्मों के त्योहार हैं, जो बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं. इस बार यह त्योहार जिन हालातों में आ रहे हैं, उन हालातों को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की अग्नि परीक्षा का दौर माना जा रहा है. जानते हैं कि इन 4 दिनों में कौन-कौन से त्योहार हैं, जिनको लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखना काफी अहम माना जा रहा है. (upcoming festival in mp)
दिनांक | त्योहार |
14 अप्रैल | डॉ. अंबेडकर जयंती, महावीर जयंती |
15 | गुड फ्राइडे |
16 | हनुमान जन्मोत्सव |
17 | ईस्टर संडे |
चार दिन चुनौतीपूर्णः इन त्योहारों पर नजर डालें तो ये विभिन्न जातीय समुदाय, अल्पसंख्यक वर्ग और बहुसंख्यक वर्ग से जुड़े त्योहार हैं. जिस तरह के हालात पिछले दिनों सामने आए हैं. इन 4 दिनों में कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस और प्रशासन के लिए इसीलिए चुनौतीपूर्ण हो गया है. (khargone violence effect)
भोपाल पुलिस ने की नागरिकों से अपीलः वहीं भोपाल पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. सभी कार्यक्रम, जुलूस जो सार्वजनिक स्थल पर होना है वो व्यवस्थित एवं परंपरागत रूप से पुलिस प्रशासन की अनुमति एवं शर्तों के साथ संपन्न होंगे. सभी कार्यक्रम में आवश्यकतानुसार मजबूत पुलिस व्यवस्था भारी बल के साथ लगाई गई है. इन सभी त्योहार के लिए हर समाज के सहायक एवं महत्वपूर्ण लोगों से आरक्षक से लेकर एसपी तक के अधिकारी द्वारा शांति कमेटी के मेम्बरों की मीटिंग हर मोहल्ले में ली जा रही है. (bhopal police appeal peoples)
सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल करने वालों पर कार्रवाईः देखने में आ रहा है कि कुछ असामाजिक तत्व जो अलग-अलग समुदाय से हैं, सोशल मीडिया में अफवाह एवं भड़काऊ संदेश पोस्ट कर रहे हैं. इनको गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए, दो समुदाय के दो अलग-अलग व्यक्तियों के ऊपर मंगलवारा थाना में आईपीसी की धारा 153A के तहत अपराध दर्ज किया गया है. सोशल मीडिया पर और भी मैसेज डालने वाले एवं फाॅरवर्ड करने वालों के ऊपर पुलिस नजर रखे हुए है, यदि कोई संलिप्त पाया जाता है तो उनके ऊपर भी कठोर से कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी. (drone camera monitoring in mp)
जनता लगातार पुलिस से सवाद करेः बीट आरक्षक से लेकर कमिश्नर रैंक के अधिकारी तक समाज के हर दर्जे के लोगों के साथ निरंतर संवाद बनाए हुए है. अगर किसी के मन में कोई शंका या कोई सूचना हो तो उसको सोशल मीडिया पर डालने की जगह पुलिस थाने या पुलिस अधिकारियों को रिपोर्ट करें. इस संबंध में कोई अफवाह न फैलाएं. भोपाल में हर समाज के त्योहार खुशी के साथ सब मिलकर मनाते आ रहे हैं. सबसे अपील है कि आगे भी शांति और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें.
दिग्विजय सिंह पर कैलाश विजयवर्गीय का हमला, कहा- अशांति फैलाना चाहते हैं तभी ट्वीट कर डिलीट किया
क्या कहते हैं जिले के पुलिस कप्तानः सागर जिला पुलिस अधीक्षक तरुण नायक का कहना है कि सागर जिले में पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है. जहां कहीं पर जुलूस आदि निकलने हैं और धार्मिक आयोजन होना है. वहां पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही है. ऐसे व्यक्ति जो किसी तरह की गड़बड़ कर सकते हैं या कानून व्यवस्था को खराब कर सकते हैं. उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है. जिले के सभी एसडीओपी ओर थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि त्योहारों के मद्देनजर लगातार पेट्रोलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाए. अभी तक जिले में सभी त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए गए हैं. आगे भी ऐसा होगा.