सागर। जिले में खाद संकट को लेकर प्रशासन सख्ती पर उतर आया है. खाद संकट को लेकर खाद विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों की जांच की जा रही है और गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. दूसरी तरफ खाद वितरण में लापरवाही बरत रहे सरकारी कर्मचारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है(mp fertilizer crisis). गौरझामर में खाद विक्रय की जांच करने पर जहां तय मूल्य से ज्यादा पर खाद बेचे जाने का मामला सामने आया है, तो वहीं राहतगढ़ में बिना लाइसेंस के खाद बेचे जाने पर एफआईआर दर्ज की गई है. इसके अलावा देवरी विकासखंड के कृषि विस्तार अधिकारी को खाद वितरण में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है.
गौरझामर में 800 बोरी खाद जब्त: कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर जिले में किसानों को सुलभ और सुगम तरीके से खाद उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. राजस्व अधिकारियों के द्वारा कालाबाजारी रोकने के लिए निगरानी की जा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को देवरी विकासखंड के गौरझामर में शिखर चंद खाद बीज भंडार पर शिकायत मिलने पर छापामार कार्रवाई एसडीएम सीएल वर्मा, तहसीलदार संजय दुबे द्वारा की गई. पीओएस मशीन एवं भौतिक सत्यापन में मिलान न पाए जाने एवं अधिक मूल्य पर विक्रय करने की शिकायत पर कार्रवाई की गई. तहसीलदार संजय दुबे ने बताया कि, "शिखरचंद जैन खाद बीज भंडार गौरझामर के द्वारा 140 बोरी यूरिया, दानेदार एसएसपी 100 बोरी, अन्नदाता जम्बो 160 बोरी और ग्रोमोर 400 बोरी जब्त कर पुलिस को सुपुर्द की गई है."
बिना लाइसेंस के बिक रही थी खाद: जिले के राहतगढ़ विकासखंड में शुभम साहू के खिलाफ बिना दस्तावेज के खाद उर्वरक विक्रय पाए जाने पर पुलिस ने कार्रवाई की. शुभम हार्डवेयर द्वारा अवैध रूप से बिना दस्तावेज के खाद उर्वरक बेचने पर राहतगढ़ पुलिस थाने में मामला पंजीबद्ध किया गया. शुभम हार्डवेयर विदिशा तिगड्डा की दुकान की जांच के दौरान उर्वरक डीएपी आईपीएल 25 बोरी, डीएपी की 167 बोरी एवं ग्रोमोर 21 बोरी दुकान में रखी पाई गई, जिसके दस्तावेज पेश नहीं किए जा सके. खाद उर्वरक को जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है.
लापरवाही पर एक निलंबित: कृषकों को सुगमता से खाद उपलब्ध कराने देवरी के गौरझामर के उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों पर विक्रय दर बोर्ड लगाने और कई सारे मामले को लेकर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की ड्यूटी लगाई थी. 10 नवंबर को गौरझामर में शिखरचंद खाद बीज भण्डार पर तय कीमत से ज्यादामूल्य पर उर्वरक बेचने की शिकायत पर देवरी एसडीएम और तहसीलदार ने जांच की थी. जिसमें पाया गया कि खाद का वितरण निर्धारित दर से अधिक दर पर किया जा रहा था. पी.ओ.एस मशीन के स्टॉक का मिलान भौतिक रूप से उपलब्ध खाद से नहीं पाया गया. कार्रवाई के दौरान एनपी नेमा, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी विकासखण्ड देवरी उपस्थित नहीं थे.