सागर। मध्यप्रदेश चुनाव के ठीक पांच महीने पहले भाजपा की कलह सतह पर आ गई है. कभी मुख्यमंत्री बदले जाने, कभी प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की खबरें जोर पकड़ रही है. मंत्री और विधायक एक-दूसरे की शिकायत सत्ता और संगठन से कर रहे हैं. मुख्यमंत्री को एक साथ बैठाकर सुलह करानी पड़ रही है. पार्टी को अनुशासन का डंडा चलाना पड़ रहा है, जब ये सवाल सागर के दौरे पर पहुंचे मध्यप्रदेश भाजपा के प्रभारी मुरलीधर राव से किया गया तो मुरलीधर बौखला गए और इन सब बातों को नकारते हुए सारा ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ दिया. मुरलीधर राव ये कहते नजर आए कि हमारी पार्टी में सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है. मीडिया अपनी रेटिंग बढ़ाने के लिए इन खबरों को हवा दे रही है. दरअसल मध्यप्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर सागर लोकसभा क्षेत्र के प्रबुद्धजन समागम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि हम लोकसभा स्तर से लेकर घर-घर जाकर अपने 9 साल के कार्यों का लेखा जोखा जनता के सामने रखेंगे.
ये है पूरा मामलाः बता दें मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर सागर लोकसभा क्षेत्र के प्रबुद्ध जन समागम में सागर पहुंचे मध्यप्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव प्रेसवार्ता के जरिए केंद्र सरकार की उपलब्धि गिना रहे थे. पत्रकारवार्ता के दौरान ईटीवी भारत ने उनसे सवाल किया कि चुनाव के लिए पांच महीने रह गए हैं. आप प्रदेश के प्रभारी है, लेकिन पिछले 10 दिनों से भाजपा में जिस तरह से कलह चल रही है. मुख्यमंत्री बदले जाने की बात चल रही है. प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने की बात चल रही है, तो इस सवाल पर मुरलीधर राव भड़क गए और उन्होंने सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मीडिया अपनी रेटिंग बढ़ाने के लिए इस तरह की खबरें दे रही है, जबकि हमारा संगठन और सरकार अपने कामकाज में लगे हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री, सभी मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष पार्टी के प्रचार और उपलब्धियों को गिनाने में लगे हुए हैं. हम अपने अभियान में लगे हुए हैं, जिस तरह की बातें मीडिया में आ रही है, वो सिर्फ मीडिया फैला रही है. आप लोग हर तीन महीने में मीडिया में चला देते हो कि मुख्यमंत्री बदल रहा है, ये हो रहा है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा शिवराज सिंह चौहान होंगे, तो उन्होंने कहा कि चुनाव घोषित होने के बाद आपको बताऊंगा. मुरलीधर राव सवालों से इतने नाराज हुए कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि मैं आपके माध्यम से वोट नहीं मांग रहा हूं, अपनी बात रखने आया हूं.
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नहीं नजर आए गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह व गोविंद सिंहः वहीं प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के कार्यक्रम में सागर के मंत्रियों के बीच की दूरी नजर आई. गोपाल भार्गव तो कार्यक्रम में पहुंचे ही नहीं, वहीं गोविंद सिंह राजपूत और भूपेन्द्र सिंह प्रेसवार्ता में तो पहुंचे, लेकिन साथ बैठे होने के बावजूद दोनों के बीच दूरी नजर आई. गौरतलब है कि पिछले दिनों सागर के तीनों मंत्रियों के विवाद के चलते भाजपा में हडकंप मच गया था. मंत्री गोपाल भार्गव, गोविंद सिंह राजपूत सहित सागर विधायक शैलेन्द्र जैन, नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और जिलाध्यक्ष गौरव सीरोठिया ने नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और पार्टी में पड़ी कलह खुलकर सामने आई थी.