सागर। एमपी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और शिवराज सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कांग्रेस की आलोचना करने के फेर में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके तमाम विधायकों पर ही सवाल खड़े कर दिए. रहली विधानसभा के शाहपुर में विकास यात्रा को संबोधित करते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा अगर कोई कांग्रेसी आपसे वोट मांगने आए तो उसे यह जरूर पूछना कि, भैया कितने में बिकोगे और हमें कितना दोगे. उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि, यह एक साल विपक्ष में भी नहीं काट पाते हैं और जिस की सरकार है. उसके पास चले जाते हैं. कांग्रेस की आलोचना करते समय गोपाल भार्गव भूल गए कि वह उसी सरकार में मंत्री हैं, जो कांग्रेस छोड़कर आए सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों की बदौलत बनी थी.
विकास यात्रा की शुरुआत: मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रहे और सबसे वरिष्ठ विधायक मंत्री गोपाल भार्गव ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र रैली के शाहपुर से विकास यात्रा की शुरुआत की विकास यात्रा की शुरुआत में उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में कराए. अपने कार्यों का लेखा-जोखा दिया और पिछले 40 साल से उन पर विश्वास जता रही. रहली विधानसभा की जनता का आभार जताया. मंत्री गोपाल भार्गव ने विकास यात्रा के दौरान कांग्रेस की आलोचना के फेर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके उन विधायकों पर भी सवाल खड़े कर गए. जिन विधायकों की बदौलत आज मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है. गोपाल भार्गव उसमें मंत्री हैं.
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कितने में बिकोगे और हमें क्या दोगे: अपने संबोधन में गोपाल भार्गव ने कहा कि "यह सब नौटंकीबाज और नाटक मंडली है. जब आपके घर आपका भाई आपका बेटा आपका चाचा है फिर आपको किसी बात की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. कांग्रेसी जब आपके पास आएं तो उनसे एक बात जरूर पूछना कि, भैया कितने में बिकोगे और हमें क्या दोगे.
इधर से उधर उधर से इधर: भार्गव ने कहा कि, कांग्रेस की सरकार बनती नहीं है और बन भी जाए तो उनके विधायक 1 साल भी विपक्ष में टिकते नहीं हैं. जिसकी सरकार रहती है उसी के पास चले जाते हैं. अब जैसे पिछली बार 25 सीटें ज्यादा आ गई और सरकार भी बन गई, लेकिन तुरंत भगदड़ मच गई. आप तो कांग्रेसियों से पूछना कि आप तो यह बताओ कि तुम कितने में बिकोगे और हमें क्या दोगे. क्योंकि तुम तो बिक गए. गरीब से तो पूछा नहीं जिसने तुम्हें वोट दिया. अड़ाई, लड़ाई झगड़ा करता फिरा, झंडा लगाए, नारे लगाए और दुनिया की तमाम बुराई मोल ले ली. तुमने तो नोटों की गड्डी सूटकेस में भरी और इधर से उधर उधर से इधर हो गए.
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20 साल में नहीं बदला ईमान: गोपाल भार्गव ने कहा कि, इतिहास इस बात का गवाह है कि पिछले 40 साल में गोपाल भार्गव 20 साल विपक्ष में रहे. विधानसभा में लड़ते रहे, आम सभा में लड़ते रहे. धरना, प्रदर्शन जेल जो भी हो सकता था. लाठियां, गोली सब हमने खाई, लेकिन हमने कभी धर्म ईमान और पार्टी नहीं छोड़ी. इनका तो पता नहीं आज लोगों को भरमाकर और झूठे आश्वासन देकर वोट ले जाएं और फिर साल 6 महीने बाद पार्टी बदल लें. जिन लोगों ने वोट दी है, उनसे कहना कि भैया तुम कितने में बिकोगे और हमें कितना दोगे, यह बिकने के लिए ही बने हैं.