सागर। केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी स्मार्ट सिटी योजना में सागर को भी चुना गया है. लेकिन सिटी में चल रहे डेवलपमेंट प्रोजक्ट की गति बहुत धीमी है. जिसके चलते शिवराज सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्मार्ट सिटी कार्यालय में समीक्षा बैठक ली. इस दौरान सागर सांसद राज बहादुर सिंह, विधायक शैलेंद्र जैन, कलेक्टर दीपक सिंह सहित स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह और अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
सागर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कौन-कौन से काम अब तक धरातल पर हुए हैं. कौन-कौन से काम होना प्रस्तावित हैं, इस विषय पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ और कलेक्टर से सवाल जबाव किए.
बैठक में भूपेंद्र सिंह द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सागर में हो रहे कामों की धीमी गति को लेकर असंतोष भी जाहिर किया. उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि शहर में मूलभूत समस्याएं जैसे ट्रैफिक, डेरी विस्थापन, सड़कें, स्वच्छता, ड्रेनेज सिस्टम का समाधान पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. जिससे वास्तव में शहर स्मार्ट सिटी के रूप में स्थापित हो सके.
हालांकि मीडिया के सामने मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को अभी बहुत समय नहीं हुआ है. धीरे-धीरे इसके काम मूर्त रूप लेने लगेंगे. जिसमें सागर लाखा बंजारा झील की सफाई सहित कुछ टेंडर भी हो चुके हैं. जिन पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. जिसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा 1 हजार करोड़ का बजट भी स्वीकृत हो चुका है. आगे भी कार्य की प्रगति के लिए बजट की व्यवस्था की जाएगी और उन्हें उम्मीद है कि स्मार्ट सिटी के तहत तेजी से काम होगा.