सागर। गुरुवार को कलेक्टर परिसर में 700 साल पुराने कल्पवृक्ष के नीचे स्थापित प्राचीन हनुमान मूर्ति को चोरी छुपे प्रशासन द्वारा हटाए जाने के बाद जमकर हंगामा हुआ. जो दूसरे दिन भी जारी रहा. दिन भर अलग-अलग हिंदू संगठनों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं शाम को कलेक्टर परिसर में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष अजय दुबे, बीजेपी मध्य प्रदेश बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल तिवारी सहित अनेक वरिष्ठ नेता एकत्रित हुए और उन्होंने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर चर्चा कर जल्दी मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही. जिसके बाद आनन-फानन में प्रशासन ने चबूतरे में हुई टूट-फूट को यथावत सुधार दिया.
हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने भगवान की मूर्तियों को फिर स्थापित कर रेलिंग से सुरक्षित किया. इस दौरान पूरे कलेक्ट्रेट परिसर सहित आसपास के इलाके में तनावपूर्ण स्थिति रही.
वहीं कल्प वृक्ष के नीचे मूर्तियों को सुरक्षित करने के बाद वहां मौजूद स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति और बीजेपी बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अनिल तिवारी ने बताया की कलेक्टर परिसर में सदियों पुरानी कुछ और भी मूर्तियां यहां से गायब हो चुकी हैं. जिसको लेकर जल्दी ही वो FIR दर्ज करवाएंगे.
अनिल तिवारी ने प्रशासन द्वारा इस तरह से सैकड़ों सालों पुरानी मूर्ति को हटाए जाने का सख्त लहजे में विरोध जताते हुए कहा कि 700 साल पुराने कल्प वृक्ष के नीचे यह मूर्ति समस्त हिंदुओं की आस्था का प्रतीक रहा है, जो यहां नमन करते हैं और कल्पवृक्ष पर अपनी मन्नतें मांगते हैं.
यह वृक्ष और यह मूर्तियां प्राचीन और अत्यंत दुर्लभ हैं. जिसे हटाने की साजिश करना बहुत ही निंदनीय कृत्य है. उन्होंने मांग की है कि मूर्ति को इस तरह से हटाए जाने के आदेश देने वाले अधिकारी कर्मचारी पर जल्द ही सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.