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झील की सफाई आधुनिक मशीनों से कराने की मांग को लेकर आंदोलन, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने दिया समर्थन - नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव

सागर के लाखा बंजारा झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर जिले युवा पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने समर्थन दे दिया है.

झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर आंदोलन
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Published : Oct 1, 2019, 2:19 PM IST

सागर। लाखा बंजारा झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. आंदोलन को अब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी समर्थन दे दिया है. गोपाल भार्गव आंदोलनकारियों के पडांल में पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि आधुनिक उपकरणों की दुनिया में झील की सफाई मैनुअली या पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं है. झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से ही सही तरह से हो सकेगी.

झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर आंदोलन

दरअसल सागर शहर के मध्य में बने झील को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत साफ किया जाना है. जिसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुका है. झील की सफाई के लिए लगभग 106 करोड़ रुपयों का टेंडर भी जारी किया गया है. लेकिन शहर के कुछ युवा और बुद्दिजीवी सफाई की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. जिसे लेकर आंदोलन शुरू कर दिया गया है.

पोकलेन और जेसीबी से तालाब की सफाई में होगा भ्रष्टाचार

आंदोलनकारियों आरोप है कि तालाब की सफाई पोकलेन और जेसीबी से इसलिए कराई जा रही है ताकि इसमें भ्रष्टाचार किया जा सकें. जबकि झील की सफाई सही तरीके से ड्रेज़र मशीन से ही हो सकती है जो खास तौर पर तालाब, झील की सफाई के लिए ही बनाई गई है. जिले के युवा पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वहीं मामले में अब तक स्मार्ट सिटी प्रबंधन या नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

झील की सफाई पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि लगातार बारिश से पानी तालाब की मिट्टी के कई फुट नीचे तक पहुंच गया है. जिससे झील की सफाई मैनुअली या पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं है. आंदोलन का समर्थन करते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि झील की सफाई आधुनिक उपकरणों से ही की जानी चाहिए. जो राशि पोकलेन मशीन और जेसीबी से सफाई में लगाई जा रही है उससे सही परिणाम नहीं मिलेंगे. आगे गोपाल भार्गव ने कहा कि वे भोपाल पहुंचते ही संबंधित अधिकारी, नगरीय शासन मंत्री और सीएम कमलनाथ से झील की सफाई को लेकर चर्चा करेंगे.

सागर। लाखा बंजारा झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. आंदोलन को अब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी समर्थन दे दिया है. गोपाल भार्गव आंदोलनकारियों के पडांल में पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि आधुनिक उपकरणों की दुनिया में झील की सफाई मैनुअली या पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं है. झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से ही सही तरह से हो सकेगी.

झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर आंदोलन

दरअसल सागर शहर के मध्य में बने झील को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत साफ किया जाना है. जिसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुका है. झील की सफाई के लिए लगभग 106 करोड़ रुपयों का टेंडर भी जारी किया गया है. लेकिन शहर के कुछ युवा और बुद्दिजीवी सफाई की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. जिसे लेकर आंदोलन शुरू कर दिया गया है.

पोकलेन और जेसीबी से तालाब की सफाई में होगा भ्रष्टाचार

आंदोलनकारियों आरोप है कि तालाब की सफाई पोकलेन और जेसीबी से इसलिए कराई जा रही है ताकि इसमें भ्रष्टाचार किया जा सकें. जबकि झील की सफाई सही तरीके से ड्रेज़र मशीन से ही हो सकती है जो खास तौर पर तालाब, झील की सफाई के लिए ही बनाई गई है. जिले के युवा पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वहीं मामले में अब तक स्मार्ट सिटी प्रबंधन या नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

झील की सफाई पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि लगातार बारिश से पानी तालाब की मिट्टी के कई फुट नीचे तक पहुंच गया है. जिससे झील की सफाई मैनुअली या पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं है. आंदोलन का समर्थन करते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि झील की सफाई आधुनिक उपकरणों से ही की जानी चाहिए. जो राशि पोकलेन मशीन और जेसीबी से सफाई में लगाई जा रही है उससे सही परिणाम नहीं मिलेंगे. आगे गोपाल भार्गव ने कहा कि वे भोपाल पहुंचते ही संबंधित अधिकारी, नगरीय शासन मंत्री और सीएम कमलनाथ से झील की सफाई को लेकर चर्चा करेंगे.

Intro:सागर। सागर के लाखा बंजारा झील की सफाई ड्रेज़र मशीन से कराने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को अब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी समर्थन दे दिया है। आंदोलनकारियों के पडांल में पहुंचे गोपाल भार्गव ने कहा की जहाँ दुनिया आधुनिक उपकरणों का उपयोग करती है वहीं इस समय में झील की सफाई मैनुअली अर्थात पोकलेन मशीन और जेसीबी से संभव नहीं है, इसकी सफाई ड्रेज़र मशीन से ही सही तरह से हो सकेगी। Body:दरअसल सागर शहर के मध्य में बने झील को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत साफ किया जाना है, जिसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुका है, झील की सफाई के लिए लगभग 106 करोड़ रुपयों का टेंडर भी जारी किया गया है। लेकिन शहर के कुछ युवा और बुद्दिजीवी सफाई की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं उनका आरोप है कि तालाब की सफाई पोकलेन और जेसीबी से इसलिए कराई जा रही है ताकि इसमें भ्रष्टाचार हो सके, जबकि झील की सफाई सही तरीके से ड्रेज़र मशीन से ही हो सकती है जो खास तौर पर तालाब, झील की सफाई के लिए ही बनाई गई है। इस बावत शहर के युवा पिछले कई दिनों से सत्याग्रह कर रहे हैं। हालांकि मामले में अब तक स्मार्ट सिटी प्रबंधन या ज़िले के बड़े नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
विजुअल बाइट- गोपाल भार्गव, नेता प्रतिपक्ष
Conclusion:
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