सागर। जिले में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. शहर में कोरोना संक्रमण के बढ़ने से जिला प्रशासन और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं. इसी कड़ी में सागर नगर निगम के पूर्व महापौर अभय दरे ने प्रशासन पर जांच रिपोर्ट बदले जाने और उसमें हेराफेरी करने के आरोप लगाए हैं, बीजेपी नेता के इन आरोपों के बाद प्रशासन जांच में लगा है.
- पूर्व महापौर ने लगाए यह आरोप
बीजेपी नेता और सागर नगर निगम के पूर्व महापौर अभय दरे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा कि सागर सीएमएचओ और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार की मंशा को बदनाम करने में तुले हुए हैं. उन्होंने कहा, "मैंने 30 मार्च को अपना कोरोना सैंपल दिया था, मुझे 31 मार्च को बताया गया कि मेरा नाम कोरोना पॉजिटिव लोगों की लिस्ट में नहीं है, लेकिन 3 अप्रैल को रिपोर्ट आई तो मैं कोरोना पॉजिटिव था." उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और सैंपल जांच में 4-4 दिन की देरी चिंता का विषय है.उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी अपने वीडियो में यह भी कहा कि वह पार्टी और सरकार स्तर पर इस बात को उठाएंगे.
प्यार में दे दूंगी जान : इंदौर में युवती का वीडियो वायरल
- आरोपों पर क्या बोले सीएमएचओ
पूर्व महापौर के इन आरोपों के बाद सागर के सीएमएचओ सुरेश बौद्ध ने कहा कि जहां तक आंकड़ों में हेराफेरी की बात है, तो सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एकमात्र वायरोलॉजी लैब है. सभी जगह के सैंपल वहीं पर आते हैं. महापौर के आरोपों की उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है, हम इसकी जांच करेंगे.