सागर। जिले के खुरई के बारधा खरीदी केंद्र से अव्यवस्थाओं का मामला सामने आया है, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खरीदी केंद्रों में चने की तौल के लिए 6 दिन बाद भी किसानों का नंबर नहीं आने से किसानों ने नाराजगी जताई है. वहीं तुलाई के लिए ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी लाइन लगी हुई है, जहां प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
बारधा समिति के दूसरे केंद्र पर चने की तुलाई खुरई के शासकीय वेयरहाउस में हो रही है. जहां किसानों की ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लाइन तीन रास्तों पर लगी हुई है. जिससे एक रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. शासकीय आवासों के सामने भी ट्रैक्टर खड़े हुए हैं. खरीदी केंद्र में किसानों का नंबर 6 दिनों के बाद भी नहीं आ रहा है. ऐसे में कई किसान आपस में उलझते नजर आए.
अनियमतताओं का भंडार
प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं होने के चलते कई अनियमितताएं देखी जा रही हैं, जिसमें वेयरहाउस के अंदर छोटी सी जगह में तौल कराई जा रही है, खुले में चना रखा जा रहा है, किसानों के लिए पेयजल, छांव, सैनिटाइज सहित अन्य कोई व्यवस्था नहीं की गई है. किसान दोपहर और रात में ट्रैक्टर ट्रॉलियों के नीचे सोकर अपना गुजारा कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि हर दिन नंबर के लिए उलझन होती है, बारदाना मिलने के बाद भी तौल नहीं हो पा रही है. किसानों ने कहा कि 10 जून को समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीदी का अंतिम दिन है, लेकिन तौल इसी गति से चलती रही तो कई किसानों को इंतजार के बाद वापस लौटना पड़ेगा.
हादसे का भय
किसानों ने कहा कि इस दौरान किसानों की ट्रैक्टर ट्रॉलियां जनपद पंचायत, कृषि विभाग, एसडीओपी कार्यालय, पीएचई सहित सभी विभागों के सामने खड़ी हैं, जिससे रास्ते बंद हैं. ट्रैक्टर ट्रॉलियां नेशलन हाइवे तक लगी हुई हैं, जिससे हादसे का भी भय बना हुआ है.