सागर। हाल ही में दिल्ली से आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सागर में गत माह अल्फा और डेल्टा वेरिएंट के मरीज थे. बीएमसी के पीआरओ डॉ. उमेश पटेल के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली से आई रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है कि मई माह में सागर में पांच मरीज अल्फा (Alpha Variant) और डेल्टा वेरिएंट (Delta variant) से संक्रमित थे, जो अब पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं.
15 में से पांच सैंपलों में निकला डेल्टा वेरिएंट
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के पीआरओ डॉ. उमेश पटेल ने बताया कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) को दिल्ली से हासिल हुई रिपोर्ट में पता चला है कि सागर में महीने भर पहले ही कोरोना के डेल्टा और अल्फा वेरिएंट ने दस्तक दे दी थी. दरअसल, बीएमसी की वायरोलॉजी लैब से करीब 15 सैंपल एनसीडीसी दिल्ली भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट शुक्रवार को आई. रिपोर्ट के मुताबिक 15 सैंपल में से 5 सैंपल अल्फा और डेल्टा वेरिएंट के थे. हालांकि राहत की बात यह है कि फिलहाल कोई भी मरीज इन दोनों वेरिएंट का सागर में नहीं है. वहीं डेल्टा का प्लस वेरिएंट भी नहीं पाया गया.
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बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने सलाह दी है कि कोरोना के इन वेरिएंट से बचने के लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. वैक्सीनेशन कोरोना के नए वेरिएंट से लड़ने में कारगर है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) के डीन डॉ. आरएस वर्मा ने विशेष तौर पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सैंपल एकत्रित कर उनकी रिपोर्ट जल्द मंगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई मरीज कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण के नजदीक पाया जाता है, तो उसके इलाज में विशेष सतर्कता बरती जाए.