भोपाल/सागर। कुछ दिनों पहले सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) के एक डॉक्टर शुभम उपाध्याय कोरोना संक्रमित पाए गए थे. उनके साथी डॉक्टरों ने उनके बेहतर इलाज के लिए सरकार और आम आदमी से मदद की गुहार लगाई थी. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था, जिसके असर पर CM शिवराज सिंह चौहान ने उनके इलाज की पूरी जिम्मेदारी उठाने की बात कही थी. लेकिन बुधवार को कोरोना योद्धा डॉ. शुभम उपाध्याय अपनी जिंदगी की जंग हार गए.
भोपाल में हुआ निधन
डॉक्टर शुभम उपाध्याय 28 अक्टूबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. 10 नवंबर को उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें इलाज के लिए राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल कोविड सेंटर में लाया गया था. वे चिरायु अस्पातल में ICU में भर्ती थे. जानकारी के मुताबिक डॉ शुभम के फेफड़े करीब 95 फीसदी तक खराब हो गए थे. जिसके बाद विशेषज्ञों ने लंग्स ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी. उन्हें लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए चेन्नई ले जाना था. इसके लिए मौसम के साफ होने का इंतजार किया जा रहा था. लेकिन इलाज से पहले ही भोपाल में उन्होंने दम तोड़ दिया.
ETV भारत की खबर का असर, CM ने ली इलाज की जिम्मेदारी
पिछले तीन-चार दिनों से ही जूनियर टीचर्स एसोसिएशन और स्वास्थ्य कर्मचारी संघ शासन से डॉ शुभम उपाध्याय के सही इलाज के लिए मांग कर रहे थे. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने डॉ शुभम के इलाज के लिए 80 लाख रुपए का खर्च उठाने का फैसला लिया था. इसके बाद उन्हें चेन्नई ले जाना तय हुआ था लेकिन एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाने से पहले ही डॉ शुभम जिंदगी की जंग से हार गए.
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सागर विधायक ने जताया दुख
सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने डॉक्टर के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज ने खुद उनके इलाज के लिए कहा था. उनको इलाज के लिए चेन्नई एयरलिफ्ट करना था. लेकिन पिछले दो दिनों से खराब मौसम के कारण उन्हें नहीं भेज पाए. बुधवार को उन्हें ले जाना लेकिन उससे पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
साथी डॉक्टरों ने सोशल मीडिया में दी थी जानकारी
डॉक्टर शुभम के साथियों ने सोशल मीडिया पर उनके बारे में लिखा था कि
शुभम उपाध्याय जो कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं, उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों का जी-जान से इलाज किया. इसके लिए सरकार ने उन्हें कोरोना वॉरियर के रूप में सम्मानित भी किया. लेकिन मरीजों की सेवा करते-करते वह खुद इस संक्रमण का शिकार हो गए. इसके बाद उन्हें पहले BMC और फिर भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां उनकी स्थिति लगातार नाजुक होती रही . डॉक्टर शुभम के परिवार ने इलाज के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च कर दी लेकिन डॉक्टर शुभम के इलाज के लिए अब भी काफी खर्च आ रहा है. इस इलाज के लिए शुभम और उनका परिवार सक्षम नहीं है.
बीएमसी के डॉक्टरों ने शुभम उपाध्याय के इलाज के लिए आम लोगों से और सरकार से अपील की थी. डॉक्टरों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि
सागर BMC के डॉक्टर शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों के इलाज़ करते करते ख़ुद इस संक्रमण की चपेट में आ गए, उनका कई दिनों से इलाज चल रहा है. उनकी स्थिति गंभीर है. सुना है कोरोना वॉरियर के मृत्यु पर सरकार उन्हें 50 लाख रूपए देती है, लेकिन अगर उनके जीते जी उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए तो एक कोरोना वॉरियर की जान बचाई जा सकती है.
कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव ने भी दी जानकारी
सोशल मीडिया पर डॉक्टरों की इस अपील को ETV भारत ने प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने सोशल मीडिया पेज पर जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया है. BMC के डॉक्टरों से चर्चा करने के बाद CM को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद CM शिवराज सिंह चौहान ने शुभम उपाध्याय के इलाज का खर्च उठाने का निर्णय लिया था.