सागर। महानगरों और शहरों में सामुदायिक स्वच्छता केंद्र यानी सुलभ शौचालय देखने को मिलते है. अब शहरों की तर्ज पर गांव में भी सामुदायिक शौचालय, सैनिटरी वेंडिंग मशीन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी.
सामुदायिक शौचालय का निर्माण
अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की सुविधाएं नहीं होती थी, लेकिन महानगरों और शहरों की तर्ज पर बुंदेलखंड अंचल के ग्रामीण इलाकों में भी गरीब कल्याण योजना के तहत सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जा रहा है. शुरुआती चरण में यह शौचालय ग्रामीण अंचल के उन गांव में प्राथमिकता से बनाए जा रहे हैं, जहां कोई प्रसिद्ध मंदिर, हाट बाजार, चौपाल या फिर दर्शनीय और पर्यटन स्थल है. इसी के साथ जहां लोगों की उपस्थिति सामान्य रहा करती हैं.
200 शौचालयों का होना हैं निर्माण
जिले में 200 शौचालयों का निर्माण किया जाना है, जिनमें से 60 से ज्यादा का काम लगभग पूरा हो चुका हैं. आधुनिक तरीके से बनने वाले इन शौचालयों को सर्व सुविधा युक्त बनाया जा रहा है. इनमें महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं रखी जायेंगी. इसी प्रकार महिलाओं के लिए सैनिटरी वेंडिंग मशीन और मास्क या कपड़े सहित अन्य बेकार चिजों के निष्पादन के लिए मशीन लगाई जायेगी.
इन शौचालयों में प्रत्येक कंपार्टमेंट में दो बाथरूम बनाए जायेंगे, जिनमें नहाने की व्यवस्था होगी. शौचालयों में मूत्रालय और गंदे पानी की निकासी के लिए सोख्ता गड्ढे की व्यवस्था की गई है. सरकार प्रारंभिक तौर पर ग्राम पंचायत के द्वारा इनका संचालन करवाएगी. इन शौचालयों के निर्माण को लेकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इच्छित गढ़पाले ने बताया कि, आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में दर्शनीय स्थलों तक जाने के लिए महिलाओं को खासी परेशानी होती थी, लेकिन इन शौचालयों को सर्व सुविधा युक्त बनाया जा रहा है, जिसमें गरीब कल्याण योजना, स्वच्छ भारत मिशन और ग्राम पंचायत की मदद से इसका निर्माण कराया जा रहा है.